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गाजीपुर में कोहरे के साथ ठंड ने बढ़ाई मुसीबत - Ghazipur News

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर जिले में कोहरे के साथ बढ़ी ठंड ने लोगों की मुसीबत बढ़ा दी है। रविवार दस बजे तक घना कोहरा छाया रहा जिससे दृश्यता कम रही। इससे वाहन चालकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। एक तरफ सार्वजनिक स्थानों पर अलाव की व्यवस्था नहीं होने से राहगीर ठंड से परेशान हैं वहीं कोहरे के चलते दुर्घटनाएं होने लगी हैं। इसके बाद भी एक्सीडेंटल जोन के रूप में चिह्नित पंद्रह स्थानों पर न तो परिवहन विभाग, एनएचएआई और यातायात विभाग की ओर से कोई संकेतक, रिफ्लेक्टर आदि नहीं लगाए गए हैं।

गाजीपुर जिले में 15 दिसंबर से 15 जनवरी के बीच कोहरे की आशंका बढ़ जाती है। इस दौरान दृश्यता कम होने से नजदीक की भी वस्तुएं नहीं दिखाई देती है जिससे सड़कों पर दुर्घटना का खतरा बढ़ जाता है। मौसम में बदलाव के साथ प्रतिदिन बढ़ते कोहरे के बीच इन दिनों लोगों की जान-माल की सुरक्षा को लेकर बड़ा सवाल रहता है। दिसंबर बीतने के साथ कोहरा रहने के साथ बूंदाबादी के आसार जताए जा रहे हैं जो राहगीरों के लिए परेशानी का कारण बन सकती है। 

कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक डॉ. कपिल देव शर्मा ने बताया कि भारतीय मौसम विज्ञान से मिली जानकारी के मुताबिक सोमवार की सुबह कोहरा रहने के आसार हैं। रविवार को भी कोहरे के चलते दृष्यता एक से डेढ़ किमी के बीच रही। आने वाले पांच दिनों के दौरान हल्के बादल छाए रहने के साथ 29 से 30 दिसंबर के बीच बूंदाबांदी या मध्यम बारिश के आसार हैं। साथ ही अधिकतम तापमान 20 से 24 डिग्री सेंटीग्रेड और न्यूनतम तापमान 10 से 12 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच रहने के आसार हैैं। इस दौरान पश्चिमी हवा औसत 8 से 10 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चल सकती है।

इन स्थानों पर होती हैं दुर्घटनाएं

जिले में ऐसे 15 स्थान हैं जहां अधिकतम दुर्घटनाएं होती हैं। इनकी गिनती ब्लैक स्माट के रूप में होती है। जिसमें तलवल मोड़, बिलैचिया तिराहा, जंगीपुर कस्बा, शेखपुर, ताजपुर मोड़, मुड़वल, रानीपुर, देवकली, पारा, अटवामोड़, भड़ारी कला, गोपालपुर, कासिमाबाद कस्बा, शहबाजकुली और बौरी पुल शामिल है। यातायात विभाग के अधिकारियों कहना है कि इन जगहों पर पिछले दिनों के मुकाबले दुर्घटनाएं कम हुई हैं और इनको सामान्य जगह के रूप में रखने के लिए जिलाधिकारी को प्रस्ताव भेजा गया है।

यातायात विभाग की ओर से सड़क दुर्घटना से बचाव के लिए जागरूकता के स्तर पर कार्य किया जा रहा है। इसके लिए प्रचार-प्रसार और चालकों आदि के साथ बैठक कर यातायात नियमों की जानकारी दी जा रही है।-अजय कसाना, यातायात प्रभारी

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