कंस जैसे किया था यूपी में शासन, सीएम योगी ने बोला अखिलेश यादव पर हमला
गाजीपुर न्यूज़ टीम, मथुरा. यूपी में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को जिले में आयोजित एक जनसभा में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी पर निशाना साधा। सीएम योगी ने कहा कि विकास को परिभाषा प्रदेश नहीं एक परिवार हो गया था। पहले केवल 4 जिलों को ही वीआईपी बना दिया था, लेकिन 2017 में बीजेपी की सरकार बनने के बाद विकास की योजनाएं किस तेजी से आगे बढ़ती गईं, आज ये बात किसी से छिपा नहीं है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने मांट में जनसभा से पहले जिले की पांचों विधानसभा क्षेत्रों के लिए विकास की 201.16 करोड़ की 196 परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इस मौके पर सीएम ने इशारों-इशारों में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव पर जमकर हमला बोला। सीएम योगी ने कहा कि हमें भूलना नहीं चाहिए कि पिछली सरकारों के समय में जिस पैसे को खर्च करके कब्रिस्तान की बाउंड्री पर इसका अपव्यय किया जाता था। इस सरकार में उसी पैसे को तीर्थों के विकास में खर्च किया जा रहा है। ब्रज क्षेत्र का सम्मान बढ़ाया जा रहा है। अखिलेश का नाम लिए बिना ही सीएम योगी ने कहा कि उनकी सरकार बनने के बाद सबसे पहला दंगा कोसीकलां में हुआ था। सत्ता के संरक्षण में किस प्रकार के माफियाओं को संरक्षण दिया जाता था, जवाहर बाग की घटना इसका जीवंत उदाहरण है।
सपा ने मथुरा के कोसी में कराए थे दंगे
सीएम योगी ने कहा कि पिछली सरकार में ऐसा लगता था जैसे उस समय कोई कंस ही साक्षात सत्ता में विराजमान होकर भावनाओं को रौंदने का काम कर रहा हो, लेकिन 2017 के बाद दंगा नहीं, कोई बलवा नहीं, ब्रजतीर्थ क्षेत्रों का विकास हो रहा है। आज ब्रज क्षेत्र देश और दुनिया के आकर्षण का केंद्र बनकर आगे बढ़ रहा है। सीएम ने कहा कि विकास एक सोच होती है। पहले पेशेवर अपराधियों और माफियाओं के लिए प्रदेश के अंदर सत्ता के द्वार खुले होते थे। आज उनके लिए जेल के द्वार खुले हैं। सीएम योगी ने कहा कि पहले विकास एक परिवार का होता था, लेकिन इस सरकार में प्रदेश को 125 करोड़ जनता का विकास हो रहा है।
कब्रिस्तान की बाउंड्री के नाम पर होती थी लूट-खसूट
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले विकास के नाम पर ऊल-जलूल योजनाएं अपने स्वयं के स्वार्थों के लिए बनाई जाती थीं। पैसा ग्राम्य विकास के लिए नहीं, तीर्थों के विकास के लिए नहीं, पर्व और त्योहारों के लिए नहीं कब्रिस्तान की बाउंड्री के नाम पर लूट खसूट के लिए दिया जाता था।