सुब्रत राय समेत 44 के खिलाफ केस दर्ज, 2 लाख करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का मामला
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. सहारा समूह के प्रमुख, उनके परिवारीजनों व कंपनी के अधिकारियों समेत 44 लोगों पर सदर कोतवाली में करोड़ों की धोखाधड़ी, जालसाजी, साजिश रचने समेत अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई है। पांच करोड़ खाताधारकों की ओर से सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता ने तहरीर देकर रिपोर्ट दर्ज कराई है।
अधिवक्ता अजय टंडन का आरोप है निवेश के नाम पर सहारा प्रमुख सुब्रत राय ने परिवार व कंपनी के लोगों के साथ मिलकर अलग-अलग फर्में बनाईं। इनके जरिए लोगों का 25 लाख करोड़ रुपये जमा कराया। बाद में लौटाने के बजाय धन हड़प कर गए।
पाई-पाई जोड़कर भविष्य के लिए निवेश करने वाले लोग कई साल से अपने रुपये पाने के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं। अधिवक्ता का दावा है कि कंपनी द्वारा किए गए गबन के साक्ष्य उन्होंने पुलिस को उपलब्ध कराए हैं। कहा कि विभिन्न कंपनियां बनाकर काले धन को भी सफेद किया गया है।
एसपी दिनेश त्रिपाठी ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता की तहरीर पर सहारा प्रमुख सुब्रत राय समेत 44 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। अन्य जिलों में भी अधिवक्ता ने रिपोर्ट दर्ज कराई है।
इन कंपनियों का जिक्र
अधिवक्ता के अनुसार आरोपियाें ने सहारा इंडिया रियल स्टेट कारपोरेशन, सहारा हाउसिंग इंवेस्टमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड, सहारियन यूनिवर्सल मल्टीपरपज सोसाइटी, सहारा इंडिया टूरिज्म डेवलपमेंट कॉरपोरेशन, हुमारा इंडिया क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी समेत अन्य कई कंपनियों के जरिये ठगी को अंजाम दिया।
यह लोग किए नामजद
सहारा समूह के प्रमुख सुब्रत राय, सीमांतो राय, सुशांतो राय, चांदनी राय, रिचा राय, सहारा इंडिया क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड के चेयरमैन डीके श्रीवास्तव, एमडी करुणेश अवस्थी, समर मंडल, अभिषेक दुआ, संजय अरोरा, मान सिंह, अरविंद उपाध्याय, वीपी श्रीवास्तव, सीमा, नवलेंदु झा, दीपक, राम सिंह, अनूप कुमार चतुर्वेदी, सुबोध कुमार गोयल, शैली शर्मा, शिल्पी घोष, वंदना भार्गव, रविशंकर दुबे, अशोक राय चौधरी, एल अहमद, ओपी दीक्षित, असद अहमद समेत अन्य लोगों को नामजद किया गया है।