अनुप्रिया पटेल ने दिया भाजपा की परेशानी बढ़ाने वाला बयान
गाजीपुर न्यूज़ टीम, नोएडा. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में खासकर भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी गठबंधन पर जोर द रहे हैं। इस बीच भाजपा की सहयोगी अपना दल (एस) की प्रमुख अनुप्रिया पटेल ने भाजपा की चिंता बढ़ाने वाला बयान दिया है। नोएडा सेक्टर-24 स्थित फुटवेयर डिजाइन एंड डेवलपमेंट इस्टीट्यूट में दीक्षांत में शामिल होने के बाद सोमवार सुबह पत्रकार से विशेष बातचीत में अनुप्रिया पटेल ने कहा कि यूपी विधानसभा चुनाव में सीटों को लेकर भारतीय जनता पार्टी के साथ हमारी खींचतान चल रही है। इसके साथ ही उन्होंने इशारों में यह भी संकेत दिया है कि भाजपा के साथ हमारी सीटों को खींचतान है और उसके बाद ही गठबंधन का भविष्य तय होगा।
पिछले दिनों अनुप्रिया पटेल ने यह भी कहा था कि भाजपा के साथ सीटों के बंटवारे पर वह अभी कोई संख्या नहीं बता सकतीं, लेकिन दोनों दल एक साथ मिलकर काम कर रहे हैं और बातचीत जारी है। अनुराधा काफी समय से कुर्मी ओबीसी जाति से आने वालीं पटेल जाति आधारित जनगणना की पक्षधर रही हैं।
यहां पर बता दें कि पिछले दिनों अपना दल (एस) की प्रमुख अनुप्रिया पटेल ने यूपी में अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए और राजनीतिक प्रतिनिधित्व की मांग करते हुए कहा था कि राजनीतिक इतिहास साफ दिखाता है कि उत्तर प्रदेश में जिस पार्टी या गठबंधन को ओबीसी का समर्थन मिलता है, वही सत्ता में आता है।
अमित शाह की कर चुकी हैं तारीफ
बता दें कि बातचीत में अनुप्रिया पटेल भाजपा नेता और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की तारीफ भी कर चुकी हैं। उन्होंने कहा है कि अमित शाह ने जिस जातिगत समीकरण को आकार दिया, उसने एनडीए को एक के बाद एक तीन चुनावों में भारी जीत दिलाई। उन्होंने कहा कि अमित शाह जी ने सभी जातियों खासतौर से ओबीसी को उचित स्थान देकर जातियों का एक गुलदस्ता बनाकर उत्तर प्रदेश में बहुत खूबसूरती से काम किया।' पटेल ने कहा कि उत्तर प्रदेश में मतदाताओं के बीच एनडीए की अच्छी स्थिति है। उन्होंने कहा, 'मुझे उम्मीद है कि हम पूर्ण बहुमत के साथ फिर से सरकार बनाएंगे।
बता दें कि अपना दल (एस) पिछले कई सालों से भाजपा का अहम सहयोगी रहा है। अपना दल (एस) ने 2017 के विधानसभा चुनाव में 9 सीट जीती थीं। मिर्जापुर से सांसद और केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल आगामी विधानसभा चुनाव में पिछड़े समुदाय का समर्थन हासिल करने को लेकर आशान्वित हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी पिछड़े वर्गों की आकांक्षाओं और आवश्यकताओं को लेकर हमेशा संवेदनशील रहे हैं तथा यह तब दिखाई दिया जब उन्होंने नीट परीक्षा की अखिल भारतीय श्रेणी में ओबीसी कोटा दिया।