प्रदेश के इन कर्मचारियों को भी योगी सरकार ने दिया 7 हजार रुपये का बोनस, दागी शिक्षकों को कुछ नहीं
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ/लखीमपुर. योगी सरकार ने दिवाली त्योहार पर शिक्षकों व कर्मचारियों को बोनस दिया। सरकार की मंशा थी कि बोनस मिलेगा तो शिक्षक व कर्मचारी उत्साह के साथ त्योहार मना सकेंगे, लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही से शिक्षकों को बोनस नहीं मिल सका है। बोनस अफसर दबाए रहे। दिवाली के बाद अब बोनस देने की बात कही जा रही है। बताया जाता है कि शिक्षकों को करीब सात हजार रुपए बोनस मिलना है।
बेसिक शिक्षा विभाग में तैनात हजारों शिक्षकों को सरकार ने दिवाली त्योहार पर बोनस दिया। बताया जाता है कि करीब सात हजार रुपए प्रति शिक्षक को बोनस मिलना है। इसके लिए सरकार ने बजट जारी कर दिया। लेकिन शिक्षकों को त्योहार से पहले बोनस नहीं मिल सका। शिक्षकों का तनख्वाह तो मिल गई लेकिन शिक्षकों को बोनस नहीं मिल सका।
सरकार की मंशा थी कि त्योहार से पहले बोनस मिल जाएगा तो सभी उत्साह के साथ त्योहार मनाएंगे, लेकिन जिम्मेदार अधिकारी बोनस दबाए बैठे रहे। शिक्षकों को दिवाली के बाद भी अब तक बोनस नहीं मिल सका है। वहीं कई विभागों में कर्मचारियों को भी बोनस नहीं मिल सका है। सरकार की मंशा पर जिम्मेदार अफसरों पानी फेर दिया। वित्त एवं लेखाधिकारी बेसिक हरिकेश बहादुर ने बताया कि शिक्षकों को बोनस देने की पूरी तैयारी है। जल्द ही डाटा ब्लॉकों को भेजकर बीईओ से शिक्षकों की सत्यापन रिपोर्ट ली जाएगी। जिन शिक्षकों के खिलाफ कोई कार्रवाई है उनको बोनस नहीं मिल सकेगा।
दागी शिक्षकों को नहीं मिलेगा बोनस
दिवाली पर सरकार जो बोनस देती है वह उन शिक्षकों को दिया जाता है जिनके खिलाफ कोई कार्रवाइ न चल रही हो। जिन शिक्षकों के खिलाफ कोई कार्रवाई प्रचलित है उनको बोनस नहीं मिलेगा। दिवाली से पहले मिलने वाला बोनस कब मिलेगा यह अभी पता नहीं है। अब लेखाधिकारी कार्यालय से ही बीआरसी को शिक्षकों का डाटा नहीं भेजा गया है। यह डाटा भेजा जाएगा इसके बाद जांच की जाएगी फिर जिन शिक्षकों के खिलाफ कोई कार्रवाई प्रचलित नहीं है उनको बोनस दिया जाएगा।