यूपी टीईटी के लिए परीक्षा केंद्र बनने शुरू, 28 नवंबर को 21.62 लाख अभ्यर्थी देंगे एग्जाम
गाजीपुर न्यूज़ टीम, प्रयागराज. उत्तर प्रदेश परीक्षा नियामक प्राधिकारी (पीएनपी) उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा 2021 (यूपी टीईटी) 28 नवंबर को कराएगा। इस परीक्षा के लिए 21.62 लाख अभ्यर्थियों ने आनलाइन आवेदन किया है, इसमें हाई कोर्ट से राहत पाए राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान (एनआइओएस) से दूरस्थ विधि से प्रशिक्षित डीएलएड अभ्यर्थी भी शामिल होंगे। पिछली कुछ परीक्षाओं में साल्वर गिरोहों के सक्रिय रहने के मामले सामने आने के बाद सीसीटीवी की निगरानी में परीक्षा कराने को लेकर मंथन चल रहा है। वहीं परीक्षा केंद्र बनाने की तैयारियों को शुरू कर दिया गया है।
वार्ता सफल रही तो उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) और प्रारंभिक योग्यता परीक्षा (पीईटी) सीसीटीवी की निगरानी में कराए जाने के बाद अब शिक्षक पात्रता परीक्षा भी इसी तरह कराए जाने की योजना है। परीक्षा नियामक प्राधिकारी की ओर से कराई जाने वाली इस परीक्षा में प्राथमिक और उच्च स्तर के लिए परीक्षा अलग-अलग कराई जाएगी। इसमें करीब 8.10 लाख अभ्यर्थी ऐसे हैं, जो प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्तर यानी दोनों परीक्षाओं में शामिल होंगे। प्राथमिक स्तर की परीक्षा पहली पाली में सुबह से 10:00 से दोपहर 12:30 बजे तक होगी, जबकि उच्च प्राथमिक स्तर की परीक्षा दूसरी पाली में होगी, जिसका समय दोपहर बाद 2:30 से 5:00 बजे तक निर्धारित किया गया है।
उत्तर प्रदेश परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव संजय कुमार उपाध्याय के मुताबिक जिला स्तर पर परीक्षा केंद्र बनाने का कार्य किया जा रहा है। कई जिलों में यह कार्य पूरा कर लिया गया है। कुछ जिलों में अभी परीक्षा केंद्र फाइनल करने का कार्य चल रहा है। परीक्षा केंद्र इस तरह निर्धारित किए जा रहे हैं कि नकल की गुंजाइश न रहे। उन्होंने बताया कि परीक्षा केंद्र आठ-नौ नवंबर तक फाइनल कर दिए जाएंगे। इसके बाद परीक्षार्थियों के प्रवेशपत्र वेबसाइट पर अपलोड कर दिए जाएंगे, जहां से अभ्यर्थी उसे डाउनलोड कर सकेंगे।
28 नवंबर को यूपी टीईटी जिले में दो पालियों में होगी। परीक्षा नियामक प्राधिकारी ने भी टीईटी कराने के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं। परीक्षा के लिए डीएम की अध्यक्षता में एक समिति भी बनी है और यह इसके द्वारा केंद्र बनाने की तैयारियों को शुरू कर दिया गया है। बताया गया की केवल एडेड इंटरमीडिएट व डिग्री कॉलेजों को परीक्षा के लिए केंद्र बनाया जाएगा। केंद्रों पर बिजली, पानी, शौचालय, चारदीवारी सहित अन्य सभी व्यवस्थाओं को देखा जा रहा है।