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संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय : दो गुना हुआ मान्यता शुल्क, अब देना होगा 50 हजार रुपये संबद्धता फीस

गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय ने मान्यता/संबद्धता शुल्क में दोगुना कर दिया है। ऐसे में विश्वविद्यालय से संबद्धता लेने वाले महाविद्यालयों को 25 हजार के स्थान पर अब 50 हजार रुपये शुल्क जमा करना होगा। वहीं उच्चीकृत के लिए महाविद्यालयों को अब दस के स्थान पर बीस हजार रुपये शुल्क जमा करने होगा।

कुलपति प्रो. हरेराम त्रिपाठी की अध्यक्षता में शुक्रवार को हुई कार्यपरिषद की बैठक में मान्यता/ संबद्धता शुल्क वृद्धि के प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई। परिसर स्थित योग साधना के संवाद कक्ष में हुई बैठक में वित्त समिति द्वारा अनुमोदित एमए-हिंदू अध्ययन तथा स्नातक, स्नातकोत्तर व डिप्लोमा स्तर के योग पाठ्यक्रमों के प्रस्तावित शुल्क की स्वीकृति मिल गई। नई शिक्षा नीति के तहत संचालित होने वाले रोजगारपरक चारों पाठ्यक्रमों में 6500 रुपये प्रति सेमेस्टर शुल्क के प्रस्ताव को भी कार्यपरिषद में हरी झंडी मिल गई। 

वहीं एलएलएम विधि शास्त्र स्नातकोत्तर डिप्लोमा का पाठ्यक्रम तैयार कराने के लिए कार्य परिषद ने कुलपति को अधिकृत कर दिया। परिसर स्थित खेल मैदान के पास 300 बेड के छात्रावास, गेस्ट हाऊस, शिक्षा शास्त्र भवन, 750 क्षमता का आडिटोरियम का निर्माण के अलावा क्रीड़ा प्रांगण के विकास का प्रस्ताव केंद्र व राज्य सरकार को भेजने का निर्णय लिया है। बैठक में प्रो. योगेश चन्द्र दुबे, प्रो.सीमा सिंह, डा. आलोक कुमार राय, वित्त अधिकारी अमित कुमार श्रीवास्तव, उप कुलसचिव केस लाल लाल, सहायक कुलसचिवद्वय चंद्रनाथ मिश्र व सुनील कुमार यादव सहित अन्य सदस्य उपस्थित थे।

पहले मरम्मत, फिर आवंटन

संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्रों को छात्रावास जल्द आवंटित करने का निर्णय लिया है। नवीन व अंतरराष्ट्रीय छात्रावास की साफ-सफाई व मरम्मत का काम शुरू करा दिया गया है। मरम्मत कार्य पूरा होते ही छात्रावासों के आवंटन की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।

छात्रावास आवंटन के लिए छात्र विश्वविद्यालय प्रशासन पर दबाव बनाए हुए हैं। इस क्रम में छात्रों का एक प्रतिनिधि मंडल शुक्रवार को कुलपति से मिला और उन्हें एक पत्रक भी सौंपा। इसमें छात्रावास आवंटन के अलावा बीएड की कक्षाएं शुरू कराने की मांग की है। कुलपति ने छात्रों को बीएड की कक्षाएं भी यथाशीघ्र शुरू कराने का आश्वासन दिया है। कुलपति से मिलने वाले प्रतिनिधि मंडल में मिथिलेश कुमार मिश्र, शशिकांत मिश्र, अम्बरीश मिश्र, अनुराग शुक्ल, कृष्णकांत सहित अन्य छात्र शामिल थे।

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