बलिया से अखिलेश यादव को झटका, भाजपा के हुए एमएलसी रविशंकर सिंह
गाजीपुर न्यूज़ टीम, बलिया. विधान सभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव को बड़ा झटका लगा है। सपा के चार एमएलसी रविशंकर सिंह पप्पू, नरेंद्र भाटी, सीपी चंद और रमा निरंजन ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, डा. दिनेश शर्मा और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह की मौजूदगी में सभी ने भाजपा का दामन थामा। इस बात की सूचना मिलते ही जनपद में भाजपा के कार्यकर्ता खुशी से झूम उठे।
राजनीतिक हलचल तेज हो गई। इस बदलाव के बाद अब विधान परिषद चुनाव के राजनीतिक समीकरण भी पूरी तरह बदल गए हैं। एमएलसी पप्पू सिंह के भाजपा में जाने के बाद बलिया में पूर्व प्रधानमंत्री स्व. चंद्रशेखर के परिवार से सपा का अब पूरी तरह से सफाया हो गया है। लोक सभा चुनाव के बाद राज्य सभा सदस्य नीरज शेखर भी सपा छोड़ भाजपा में शामिल हो गए थे। उसके बाद भाजपा के कोटे से दोबारा राज्य सभा में चुनकर भेजे गए। उसी समय से यह कयास लगाया जाने लगा था कि आने वाले दिनों में एमएलसी रविशंकर सिंह पप्पू भी सपा छोड़ भाजपा में जा सकते हैं।
प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से प्रभावित होकर लिया निर्णय : रविशंकर
सपा छोड़ भाजपा में शामिल हुए रविशंकर सिंह पप्पू ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नीतियों से प्रभावित होकर भाजपा में शामिल हुए हैं। हम मिलकर बलिया के विकास को गति देने का काम करेंगे। पार्टी जो भी जिम्मेदारी मुझे देगी, उसका निर्वहन सच्ची निष्ठा करेंगे। भाजपा की अच्छी नीतियों के बदौलत ही देश आज तरक्की की राहों पर है। हर वर्ग के लोगों को योजनाओं का लाभ मिल रहा है।
राजनीतिक सफर
रविशंकर सिंह पप्पू पहली बार सजपा से 2003 में विधान परिषद सदस्य का चुनाव लड़े थे और विजयी हुए। उसके बाद बसपा से 2009 में और सपा से 2016 में चुनाव लडकर विजयी हुए। इस तरह तीन बार जीत हासिल कर चुके हैं। उनके भाजपा में शामिल होने से बलिया में भाजपा को काफी बल मिलेगा।
अब सपा के दांव पर सबकी नजर
विधानसभा चुनाव के बाद ही विधान परिषद का चुनाव होने की बात कही जा रही है। ऐसे में भाजपा की तस्वीर तो लगभग साफ हो चुकी है, लेकिन सपा के दांव पर सबकी नजर है। विधान परिषद चुनाव में भाजपा के विरूद्ध सपा किस पर दांव लगाएगी, अभी तक स्पष्ट नहीं हो सका है।