डॉ. नौशाद ने अमेरिका में बढ़ाया जिले का मान सम्मान
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर जिले के सायर दिलदारनगर के निवासी डॉ. नौशाद पिता मुख्तार अहमद को यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया में रिसर्च के लिए सेलेक्ट किया गया है। डॉ. नौशाद को कैलिफ़ोर्निया के प्रीतिस्टिट अवार्ड "द जॉर्ज ई हेविट फाउंडेशन फॉर मेडिकल रिसर्च" के लिए सम्मानित किया जिससे जिले का मान सम्मान गौरनवित हुआ है। डॉ। नौशाद अपने सफल ता का श्रेय अपने माता - पिता को सौपा है।
नौशाद, हाई स्कूलिंग और इंटरमीडिएट गहमर इंटर कॉलेज गहमर गाजीपुर से करने के बाद अपने आगे की शिक्षा के लिए नई दिल्ली चले गए वहा पे उन्होनें आगे की पढाई पूरी की।जामिया हमदर्द से मास्टर इनसाइंस मैं फर्स्ट क्लास डिग्री ली फिर जामिया मिलिया इस्लामिया में मास्टर ऑफ फिलॉशपी की डिग्री के लिए चुने गए। उन्को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, (यूजीसी) से राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा UGC NET, Eligibility for Assistant Professeor) की परीक्षा पास की।
यही से वो शोध के लिए उत्सुक्ता जहीर की और रिसर्च में कफी लगान के साथ जुड़ गए। डॉ. नौशाद को रिसर्च के लिए सरकार से प्रोत्साहन भी मिलने और वहा रहते हुए बायोमेडिकल फील्ड में रिसर्च करते हुए कई लेख भी प्रकाशित किए। अपने पीएचडी की पढाई के लिए बायोटेक्नोलॉजी विभाग की तरह से प्रोत्साहन मिलना सुरु हुआ तो अपने शोध को भारत-अमेरिका वैप कार्यक्रम के तहत चिकनगुनिया वायरस के उपचार के लिए और कई लेख प्रकाशित किए गए।
डॉ. नौशाद को अनुसंधान के लिए जामिया हमदर्द से बहुत ही सम्मनित रजत जयंती पुरस्कार से नवाजा गया जो अपने आप में बेमिसाल है। डॉ. नौशाद अपने सक्सेस का श्रेय अपने परजानो को समरपिट करते हुए साथ ही अपने गावो के लोगो को भी सम्मान परगट करते हैं। डॉ। नौशाद ने कहा समाज के लिए एक अच्छा वैज्ञानिक बने दुनिया के तमं रोगजनक वायरस का दवा खोज करना हमारा उद्देश्य है जिसे हमारा समाज रोगवंचित हो। डॉ। नौशाद, कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय में अपने अनुसंधान वैक्सीन विकास पर सुरु किया है जहां वो पिकोर्नवायरस से संबंधित अनुसंधान जारी है। साथ ही कोरोनोवायरस की फेलने से रोके के लिए एंटीवायरल का शोध पे फोकस है।
डॉ. नौशाद ने पीएचडी की ट्रेनिंग प्रोफेसर प्रतिमा रे और आईआईटी दिल्ली के डॉ. अशोक पटेल से सीखा । उनके साथ अपने शोध को प्रकाशित किया और उन्हें आपने सफलता का मुख्य भाग माना।