मुख्तार अंसारी से ED ने बांदा जेल में 6 घंटे तक की पूछताछ, जानें- क्या पूछे सवाल
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने रविवार को बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी से लगभग छह घंटे तक पूछताछ की। रविवार सुबह पौने 12 बजे जेल में दाखिल हुई टीम शाम करीब सवा छह बजे बाहर निकली। ईडी ने जुलाई में ही माफिया अंसारी के खिलाफ मनी लांड्रिंग का मुकदमा दर्ज किया था। प्रवर्तन निदेशालय ने मुख्तार अंसारी से पूछताछ करने के लिए न्यायालय से पिछले दिनों अनुमति ली थी।
माफिया मुख्तार अंसारी से पूछताछ के लिए रविवार को ईडी की तीन सदस्यीय टीम दोपहर करीब 12 बजे बांदा जेल पहुंची। टीम शाम छह बजे तक बांदा जेल में रही और मुख्तार अंसारी से उनकी संपत्तियों, आय के स्रोत व निवेश के बारे में पूछताछ करती रही। ईडी मुख्तार अंसारी और उनके करीबियों से जुड़ी कंपनियों के संबंध में विस्तृत जानकारी जुटा रही है। ईडी ने कंपनी के निदेशकों, कंपनी के जरिए होने वाले कारोबार, आय और खर्च से जुड़ी जानकारियां भी खंगाली।
जेल सूत्रों के अनुसार ईडी ने मुख्तार से कंपनियों से जुड़े कुछ दस्तावेज व जानकारियां मांगी हैं। ईडी को यह जानकारियां उपलब्ध कराने के लिए मुख्तार ने समय मांगा। ईडी जल्द ही मुख्तार से दोबारा पूछताछ करेगी। ईडी ने मुख्तार और उनके परिवार के लोगों की सरकार की ओर से जब्त की गई संपत्तियों के बारे में भी पूछताछ की। ईडी ने मुख्तार अंसारी और उसके करीबियों के खिलाफ गाजीपुर और लखनऊ में दर्ज मुकदमों के आधार पर केस दर्ज किया था। ईडी मुख्तार के अलावा उनके परिजनों और गैंग सदस्यों की संपत्तियों की पड़ताल भी करेगी और गैरकानूनी तरीके से बनाई गयी संपत्तियों को अटैच करेगी।
ईडी की प्रयागराज यूनिट ने यह केस यूपी पुलिस की ओर से की गयी शिकायत के बाद दर्ज किया था। पुलिस ने मुख्तार और उसके गैंग के सदस्यों पर कानून का शिकंजा कसते हुए करीब 200 करोड़ रुपये की संपत्तियों को जब्त किया या उन्हें ध्वस्त किया है। मुख्तार और उसके करीबियों की देश भर में नामी-बेनामी संपत्तियों की पड़ताल के लिए यूपी पुलिस ने ईडी से अनुरोध किया था। साथ ही मुख्तार के खिलाफ दर्ज मुकदमों और संपत्तियों की जानकारी साझा की थी।