वाराणसी में घायल सिपाही की चौथे दिन हुई मौत, पुलिस लाइन में दी गयी श्रद्धांजलि
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. वाराणसी के शिवपुर थाना क्षेत्र के गणेशपुर में दुर्घटना में घायल सिपाही की रविवार को सुबह में मौत हो गई। मौत की सूचना मिलते ही पुलिस महकमे में मायूसी छा गयी। हरहुआ पुलिस चौकी पर पूरे दिन भर सन्नाटा पसरा रहा। पोस्टमार्टम होने के बाद पुलिस लाइन में शस्त्र झुकाकर सलामी दी गयी और पुष्प अर्पित कर पुलिस अधिकारियों और क्षेत्रीय लोगों के साथ ही पुलिसकर्मियों ने नम आंखों से अंतिम विदाई दी।
मृतक के बड़े भाई चंद्र भान गिरी ने बताया कि अजय काफी होनहार थे। छोटे भाई नहीं मित्र की तरह हमेशा मुझसे बात करते थे।
2011 में यूपी पुलिस में उसकी नौकरी पुलिस में लगी उसके बाद 2012 में प्रीति गिरी से शादी हुई। पिता मेडिकल अफसर के पद से सेवानिवृत्त हो चुके थे। पत्नी प्रीति गिरी, पिता और छह वर्षीय बेटे अथर्व के साथ अजय वाराणसी पुलिस लाइन में ही रहते थे। तीन भाइयों में सबसे छोटे थे जबकि बड़े भाई चन्द्रभान गिरी भी सब इंस्पेक्टर हैं और लखनऊ के हजरतगंज थाने पर तैनात हैं। रविवार सुबह अजय भान गिरी के मौत की सूचना मिलने के बाद पुलिस के साथ ही क्षेत्रीय लोग अस्पताल में पहुंचे।
वहां से शव को पीएम के लिए शिवपुर पोस्टमार्टम हाउस भेजा गया। पोस्टमार्टम होने के बाद पुलिस लाइन में शस्त्र झुकाकर सलामी दी गयी और पुष्प अर्पित कर नम आंखों से श्रद्धांजलि अर्पित की गई। उसके बाद मणिकर्णिका घाट पर अंत्येष्टि की गयी। इस दौरान सीओ पिंडरा अभिषेक पांडेय, थानाध्यक्ष बड़ागांव जगदीश कुशवाहा, एसआइ सत्य प्रकाश, एसआइ प्रदीप यादव सहित अन्य पुलिसकर्मी और क्षेत्रीय लोग मौजूद रहे।
मुकदमा दर्ज कर पुलिस जांच में जुटी : इस मामले में घायल दोनों सिपाहियों के स्वजनों द्वारा शिवपुर थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया था। मुकदमा दर्ज कर पुलिस जांच पड़ताल कर रही है। घटनास्थल के अगल बगल की दुकानों में लगे सीसीटीवी फुटेज से पता चल रहा है कि ट्रक की रफ्तार काफी अधिक थी। घटनास्थल के समीप चाय की दुकान घटना के वक्त खुली हुई थी जबकि दुकानदार ने अधिकारियों से झूठ बोला था कि दुकान बंद थी।
आशंका है कि भेलखा मोड़ के पास क्रासिंग न होने के बाद पैंथर के दोनों सिपाही गणेशपुर से हाइवे पार करने के लिए आये और दुकान खुली होने पर चाय पीये। चाय पीकर जब वे बाइक पर बैठने जा रहे थे उसी समय पीछे से आ रहे तेज रफ्तार ट्रक ने टक्कर मार दिया। हालांकि, ट्रक पकड़े जाने के बाद ही पूरे मामले से पर्दा उठ सकता है।
मौत से जूझ रहा दूसरा सिपाही : रविवार को अजय भान गिरी की मौत हो गयी जबकि साथ में तैनात सिपाही जय बहादुर यादव अभी भी कोमा में हैं। शहर में स्थित एक निजी चिकित्सालय में उनका उपचार चल रहा है, जहां उसकी स्थिति चिंताजनक बनी हुई है।