वाराणसी- काठमांडू मैत्री बस सेवा शुरू, जानें कितना है नेपाल जाने का किराया
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. भारत और नेपाल के बीच बस सेवा दोबारा शुरू कर दी गई है। बस सेवा बंद होने के बाद से लंबे समय से लोगों को नेपाल जाने के लिए वैकल्पिक सेवाओं का सहारा लेना पड़ रहा था। अब नेपाल भारत के बीच बस सेवा बहाली से लोगों की आवाजाही सुगम हो सकेगी।
तीन साल से बंद अन्तर्राष्ट्रीय बस "मैत्री सेवा" का परिचालन मंगलवार से बहाल हो गया। यह सेवा पुनः प्रारंभ होने से वाराणसी और नेपाल के यात्रियों को बड़ी राहत मिली है। फिलहाल, कैंट रोडवेज स्टैंड से एक दिन के अंतर में चलाया जाएगा। भारत और पड़ोसी देश नेपाल के बीच संबंध की प्रगाड़ता के लिए वर्ष 2015 में वाराणसी- काठमांडू मैत्री बस सेवा का शुभारंभ किया गया था। कुछ वर्षो बाद 2018 में परमिट रिनिवल न होने के कारण यह सेवा बंद कर दी गई। दो वर्ष बाद लॉकडाउन के चलते इसे शुरू नहीं किया जा सका।
वाराणसी और नेपाल के यात्रियों के बीच लोकप्रिय मैत्री सेवा बस को पुनः प्रारंभ करने की मांग उठती रही। इसके मद्देनजर नेपाल सरकार की ओर से पहल कर दी गई। फिलहाल, एक ही बस चलाई जा रही है। सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक (ग्रामीण) ओमप्रकाश ओझा ने बताया कि इसे नियामित करने के लिए मुख्यालय से एक वॉल्वो बस की मांग की गई है। जल्द ही इसे नियमित किया जाएगा।
नेपाल में समारोह के बीच शुरू हुई सेवा: नेपाल सरकार से अधिकृत स्वयंभू मंजूश्री ट्रांसपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड की ओर से संचालित मैत्री बस सेवा का शुभारंभ एक दिन पूर्व सोमवार को काठमांडू से हुआ। भारतीय दूतावास में वित्त विभाग प्रमुख सर्वेश विद्यार्थी व नेपाल सरकार के प्रतिनिधियों ने शाम 7 बजे बस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
स्वयभू मंजूश्री ट्रांसपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड के स्थानीय एजेंट शुभम जायसवाल ने बताया कि पहले दिन वाराणसी से रवाना मैत्री सेवा की सभी 43 सीटें फुल हो गई है। गोरखपुर में भी बस का ठहराव दिया गया है। बताया कि सफर में यात्रियों को एक बोतल पानी की व्यवस्था भी की गई है।
जानें नेपाल जाने का किराया
- 1750 किराया
- 1330 किराया पुराना
- 7 बजे शाम को काठमंडू से चलेगी
- 10 बजे रात्रि वाराणसी से करेगी प्रस्थान
- 16 घंटे का सफर
- 43 सीट है