नए पैटर्न से होगी यूपी बोर्ड की अर्द्धवार्षिक परीक्षाएं, 20 अंकों के होंगे बहु विकल्पीय प्रश्न
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. यूपी बाेर्ड से संचालित विद्यालयों को इसी माह में अर्द्धवार्षिक परीक्षा कराने का निर्देश है। इस क्रम में जनपद के कई विद्यालयाें में 11 से 15 नवंबर तक परीक्षा शुरू कराने का निर्णय लिया है। आर्य महिला इंटर कालेज, निवंदिता शिक्षा सदन बालिका इंटर कालेज, राजकीय क्वींस इंटर कालेज सहित जनपद के कई विद्यालयाें ने अर्द्धवार्षिक परीक्षा के लिए टाइम टेबल भी जारी कर दिया है।
यही नहीं प्रश्नपत्रों का मुद्रण भी करा लिया है। वहीं दूसरी ओर बोर्ड ने अब कक्षा-नौ व ग्यारह की अर्द्धवार्षिक परीक्षा ओएमआर शीट पर भी कराने का निर्देश दिया है। नए पैर्टन के अनुसार लिखित परीक्षा के 70 अंकों के प्रश्नपत्र को दो भागों में बांटा गया है। प्रश्नपत्र के लगभग 30 फीसद अंक यानि 20 अंक का प्रथम भाग बहु विकल्पीय प्रश्न (मल्टीपल च्वायस क्वेश्चन) पर आधारित होगा जिसका उत्तर ओएमआर शीट पर देना होगा।
बोर्ड के इस फरमान को लेकर अब विद्यालय नए पैर्टन पर पेपर बनवाने में जुटे हुए हैं, जिन विद्यालयों ने प्रश्नपत्रों का निर्माण करा लिया था। अब उन्हें दोबारा प्रश्नपत्राें का निर्माण कराना पड़ रहा है। दरअसल राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत अब 70 नंबर के प्रश्नपत्र का दूसरा भाग (लगभग 70 फीसद या 50 नंबर का) वर्णनात्मक प्रश्नों का होगा जिसके उत्तर पूर्व से चली आ रही व्यवस्था के अनुसार पारम्परिक उत्तर पुस्तिकाओं पर दिए जाएंगे।
इन प्रश्नपत्रों में उच्चतर चिंतन कौशल (हाट्स-हायर आर्डर थिंकिंग स्किल्स) से संबंधित सवाल भी रखे जाएंगे। वहीं 70 नंबर के पेपर में 20 अंकों के बहुविकल्पीय प्रश्न होंगे। विद्यार्थियों को एक-एक नंबर के कुल 20 बहुविकल्पीय का जवाब ओएमआर शीट पर देना होगा। जबकि 30 अंक आंतरिक मूल्यांकन पर आधारित होगा। डीआइओएस डा. विनोद कुमार राय ने बताया कि सभी विद्यालयों को पहले ही नए पैर्टन से परीक्षा कराने का निर्देश दिया जा चुका है। नए पैर्टन में कुछ खास बदलाव नहीं किया गया है।
पहले भी 20 अंकों के बहुविकल्पीय सवाल पूछे जाते थे। इस बार विद्यालयों को 20 अंकों की परीक्षाएं ओएमआर शीट पर कराने का निर्देश है। इसके पीछे विद्यार्थियों को ओएमआर शीट पर परीक्षा देने का अभ्यास कराना मुख्य उद्देश्य है। उन्होंने बताया कि शैक्षणिक कैलेंडर के अनुसार सभी विद्यालयों को नवंबर में अर्द्धवार्षिक तथा फरवरी में वार्षिक परीक्षाएं कराने का निर्देश दिया गया है।