बलिया में एयरफोर्स कारपोरल संग ब्लैकमेलिंग के आरोप में आरोपित युवती पहुंची जेल
गाजीपुर न्यूज़ टीम, बलिया. एयरफोर्स कारपोरल के चर्चित हनी ट्रैप मामले में मुख्य आरोपी को उभांव पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। जबकि अन्य आरोपियों की जांच अभी जारी है। पुलिस मामले को हनी ट्रैप के बजाए सामान्य ब्लैकमेलिंग का मामला मान रही है। उभांव इंस्पेक्टर अविनाश कुमार सिंह ने बताया कि मुख्य आरोपित की गिरफ्तारी के बाद इस मामले में अन्य आरोपियों के मामले की जांच की जा रही है। पीड़ित से करीब साढ़े 12 लाख रुपया की रकम वसूली की गई थी। जिसकी पुष्टि विभिन्न बैंक खातों से हो चुकी है। पूरे प्रकरण में लगभग बीस लोग नामजद हैं और सभी पर मुकदमा दर्ज किया गया है।
मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी के बाद अन्य अधिकांश आरोपी फिलहाल फरार चल रहे हैं। जो किसी न किसी कार्य के बहाने गांव से बाहर बताए जा रहे हैं। मोलनापुर गांव निवासी धर्मेंद्र राजभर एयरफोर्स चार विंग पश्चिम बंगाल कलाईकुंडा में कारपोरल पद पर कार्यरत है। जिन्होंने कई डाक्टरों समेत अपने गांव के करीब 20 नामजद लोगों पर गिरोह बनाकर हनी ट्रैप करने और करीब 12.5 लाख रुपया की धनउगाही करने का आरोप लगाया है। मामले में उभांव थाना में करीब 40 दिन पूर्व मुकदमा दर्ज किया गया था।
इन 20 लोगों पर उभांव थाना में दर्ज हुआ था मुकदमा : उभांव थाना पुलिस ने पूरे मामले में मोलनापुर गांव निवासी मुन्ना अंसारी, हाजरा खातून पत्नी मुन्ना अंसारी, रुबी अंसारी पुत्री मुन्ना, फिरोज अंसारी पुत्र मुन्ना अंसारी, अफरोज अंसारी पुत्र मुन्ना अंसारी, इलशाद अंसारी पुत्र मुन्ना अंसारी, ताहिराबानो उर्फ सानिया परवीन उर्फ बतकिया पत्नी सिंटू उर्फु मिंटू, रेहाना अंसारी, शाहिद अंसारी, अतीक अंसारी पुत्र शाहिद अंसारी, वहीदा मुकर्रम पुत्री हिसामुद्दीन, प्रियंका राजभर पुत्री बांके राजभर, गौरी देवी पत्नी बांके राजभर, अजीत कानू, शहाना पुत्री यूनुस, बांके राजभर, प्रमोद पुत्र बांके राजभर, तारा राजभर पुत्री हरिलाल राजभर एवं अन्य अज्ञात चिकित्सक एवं साथियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।