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FD Interest Rates: ये 15 बैंक दे रहे हैं एफडी पर तगड़ा रिटर्न, सरकारी से लेकर प्राइवेट बैंक तक ये रही पूरी लिस्ट

गाजीपुर न्यूज़ टीम, नई दिल्ली. FD Interest Rates: अगर बात निवेश पर गारंटी के साथ रिटर्न पाने की आती है तो हर किसी की पहली पसंद एफडी ही होती है। बेशक इसमें म्यूचुअल फंड और इक्विटी मार्केट से कम ब्याज मिलता है, लेकिन रिटर्न गारंटी के साथ मिलता है। अगर आप भी 3-5 साल की एफडी (fixed deposit) कराने की सोच रहे हैं तो पहले जान लीजिए कि कौन सा बैंक सबसे अच्छा रिटर्न (Interest on fixed deposit) दे रहा है। 

आइए जानते हैं 15 ऐसे बैंकों के बारे में जो एफडी पर सबसे अधिक ब्याज दे रहे हैं। इनमें 5 स्मॉल फाइनेंस बैंक हैं, 5 निजी बैंक हैं और 5 सरकारी बैंक हैं। इस लिस्ट को देखने के बाद आपको ये फैसला करने में मदद मिलेगी कि कहां पर निवेश करें।

5 सरकारी बैंक, जो दे रहे हैं शानदार ब्याज

1- इस लिस्ट में सबसे ऊपर है यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, जो 5.4 फीसदी का रिटर्न दे रहा है।

2- वहीं देश का सबसे बड़ा बैंक भारतीय स्टेट बैंक 5.3 फीसदी का ब्याज दे रहा है।

3- पंजाब एंड सिंध बैंक में एफडी पर 5.3 फीसदी ब्याज मिल रहा है

4- इसके बाद है पंजाब नेशनल बैंक, जहां एफडी पर 5.25 फीसदी का रिटर्न मिल रहा है।

5- इंडियन ओवरसीज बैंक में 5.25 फीसदी तक ब्याज मिल रहा है।

ये 5 प्राइवेट बैंक दे रहे हैं अच्छा ब्याज

1- आरबीएल बैंक 6.30 फीसदी ब्याज दे रहा है।

2- वहीं यस बैंक में एफडी कराने पर ग्राहक 6.25 फीसदी ब्याज पा सकते हैं।

3- इंडसइंड बैंक में आप एफडी करवा कर 6 फीसदी ब्याज पा सकते हैं।

4- अगर आप डीसीबी बैंक में एफडी कराते हैं तो आपको 5.95 फीसदी ब्याज मिलेगा।

5- एक्सिस बैंक में एफडी पर 5.40 फीसदी का ब्याज ऑफर कर रहा है।

ये 5 स्मॉल फाइनेंस बैंक दे रहे हैं तगड़ा ब्याज

1- जन स्मॉल फाइनेंस बैंक में भी एफडी पर 6.75 फीसदी ब्याज मिल रहा है।

2- सूर्योदय स्मॉल फाइनेंस बैंक की तरफ से 6.50 फीसदी ब्याज दिया जा रहा है।

3- नॉर्थ ईस्ट स्मॉल फाइनेंस बैंक में एफडी पर 6.50 फीसदी ब्याज दिया जा रहा है।

4- अगर आप फिनकेयर स्मॉल फाइनेंस बैंक में एफडी कराते हैं तो 6.50 फीसदी का ब्याज मिलेगा।

5- उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक में एफडी पर 6.25 फीसदी का ब्याज मिलेगा।

एफडी के होते हैं ये 5 फायदे

वैसे तो एफडी की सलाह बहुत से लोग देते हैं, लेकिन ऐसे लोगों की भी कमी नहीं जो थोड़ा रिस्क लेकर म्यूचुअल फंड या फिर सीधे शेयर बाजार में पैसे लगाते हैं। यहां से आपको तगड़ा रिटर्न मिलता है, लेकिन रिटर्न की गारंटी नहीं होती। वहीं एफडी का सबसे बड़ा फायदा ये होता है कि इसमें गारंटी के साथ रिटर्न मिलता है, भले ही कम मिलता है। एफडी के इसके अलावा भी कई फायदे हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में।

1- एफडी पर लोन या ओवरड्राफ्ट?

बहुत सारे लोगों को ये नहीं पता है कि वह जो एफडी कराते हैं, उस पर उन्हें बैंक से आसानी से लोन भी मिल जाता है। कुछ बैंक उसके आधार पर ओवरड्राफ्ट फैसिलिटी भी देती हैं। दरअसल, एफडी आपकी एक गारंटी जैसा होता है कि अगर आप लोन नहीं चुका सके तो लोन के पैसे आपकी एफडी से कवर कर लिए जाएंगे। तो अब अगर आप एफडी की तुलना किसी और निवेश से करें तो यह भी उसमें ध्यान रखें कि एफडी पर आपको लोन मिल सकता है।

2- एफडी पर मिलता है इंश्योरेंस कवर

अगर आपने बैंक में एफडी कराई हुई है तो उस पर आपको डिपॉजिट इंश्योरेंस एंड क्रेडिट गारंटी कॉरपोरेशन (DICGC) का इंश्योरेंस कवरेज मिलता है। अगर आपका बैंक डिफॉल्ट कर देता है या दिवालिया हो जाता है तो आपको इस इंश्योरेंस कवर के तहत 5 लाख रुपये तक मिल जाएंगे, जिसमें मूलधन और ब्याज दोनों ही शामिल होंगे। यानी आपके रिटर्न की तो गारंटी होगी ही, 5 लाख रुपये तक वापस मिलने की भी गारंटी होगी।

3- मुफ्त लाइफ इंश्योरेंस का फायदा

बहुत से ऐसे बैंक हैं तो अपने यहां एफडी कराने वालों को मुफ्त में लाइफ इंश्योरेंस का एक अतिरिक्त फायदा देते हैं। बैंक ऐसा ऑफर इसलिए देते हैं, ताकि वह अधिक से अधिक लोगों को एफडी के लिए आकर्षित कर सकें। इसके तहत बैंक अपने ग्राहकों को एफडी की रकम के बराबर लाइफ इंश्योरेंस की पेशकश करते हैं। हालांकि, इसमें उम्र की एक सीमा भी तय होती है। देखा जाए तो बैंक अपना रिस्क कैल्कुलेट कर के ग्राहकों को लाइफ इंश्योरेंस देते हैं, जो फायदे का सौदा है।

4- टैक्स से जुड़े फायदे

अगर आप 5 साल या उससे अधिक दिनों के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट करते हैं तो उस पर आप आयकर अधिनियम 1961 की धारा 80सी के तहत टैक्स छूट क्लेम कर सकते हैं। इसके तहत साल भर में आप 1.5 लाख रुपये तक पर टैक्स छूट पा सकते हैं। हालांकि, अगर आप 5 साल से कम की एफडी कराते हैं तो आपको टैक्स चुकाना होगा। अगर किसी साल में तमाम बैंकों से मिला ब्याज 40 हजार रुपये से अधिक होता है तो उस पर भी टैक्स लगेगा।

5- गारंटी के साथ रिटर्न

एफडी की सबसे खास बात यही होती है कि इसमें आपको गारंटी के साथ रिटर्न मिलता है। यानी अगर आप 5 साल या 10 साल या कितने भी साल बाद की प्लानिंग कर रहे हैं तो एफडी में आपको ये पक्के तौर पर पता होता है कि आपको मेच्योरिटी पर कितने पैसे मिलेंगे। ऐसा इसलिए कि एफडी पर फिक्स रिटर्न मिलता है। वहीं म्यूचुअल फंड, एनपीएस, ईएलएलएस जैसे निवेशों में रिटर्न हर साल कम-ज्यादा होता है और शेयर बाजार की चाल पर निर्भर करता है।

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