मीटर रीडिंग कंपनी पर बिजली विभाग ने लगाया 19 करोड़ का जुर्माना
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड ने तीन जोन में मीटर रीडिंग करने वाली कंपनी एनसाफ्ट पर बीते तीन सालों में 19 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है। कंपनी पर सबसे अधिक जुर्माना वाराणसी जोन से (आठ करोड़ रुपये) वसूला गया है। वहीं प्रयागराज और मीरजापुर जोन से (चार-चार करोड़) रुपये वसूली की गई है।
औसत देखें तो कंपनी पर हर माह करीब 45 फीसद का जुर्माना लगाया जाता है। एन साफ्ट कंपनी को वर्ष 2019 में वाराणसी, प्रयागराज और मीरजापुर जोन में मीटर रीडिंग करने का ठेका मिला था। कंपनी ने हजारों मीटर रीडरों और अन्य कर्मचारियों की भर्ती भी की थी। शुरुआत में तो कंपनी के मीटर रीडर घर-घर जाकर रीडिंग करते थे। कुछ समय बाद कर्मचारियों ने घर बैठकर रीडिंग करना शुरु कर दिया। इससे उपभोक्ताओं को गलत बिल मिलना शुरु हुआ। यही नहीं कंपनी हर महीने सौफीसद रीडिंग का काम भी पूरा नहीं करती थी।
तत्कालीन मुख्य अभियंता ने जारी किया था नोटिस
गत दिसंबर 2020 में 97 फीसद मीटर रीडिंग करने पर कंपनी ने फरवरी 2021 में बिजली विभाग को 14 लाख रुपये जुर्माना भरा था। उस समय कंपनी के वाराणसी जोनल हेड शुभेंदु मुखर्जी को तत्कालीन मुख्य अभियंता एमके अग्रवाल ने नोटिस जारी किया था। सही रीडिंग न करने और उपभोक्ताओं को गलत बिल जारी करने और अपनी कार्यप्रणाली में सुधार न लाने पर बिजली विभाग ने 31 अक्टूबर को अपना करार समाप्त कर दिया था।
नई कंपनी को ने शुरु किया कामकाज
एन साफ्ट कंपनी से अनुबंध समाप्त होने पर मंगलवार से तीनों जोन में मीटर रीडिंग के कामकाज का जिम्मा नई कंपनी स्टर्लिंग को दिया गया है। हालांकि कुछ वर्षों पर पहले तक इस कंपनी से भी बिजली विभाग का करार था। अनुबंध के दौरान यह कंपनी भी विवादों में रही।
तीन साल में एन साफ्ट कपंनी पर 19 करोड़ का जुर्माना लगाया गया
तीन साल में एन साफ्ट कपंनी पर 19 करोड़ का जुर्माना लगाया गया। समय पर काम पूरा नहीं करने पर कंपनी को कई बार नोटिस जारी किया गया था। कार्यप्रणाली में सुधार नहीं होने पर कंपनी से अनुबंध समाप्त कर लिया गया है। अब नई कंपनी को जिम्मेदारी दी गई है।- देवेंद्र सिंह, मुख्य अभियंता