शौच के लिए बाहर नहीं जाएंगे गेटमैन, केबिन में ही बनेगा अटैच टॉयलेट
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गोरखपुर. अब शौच के लिए गेटमैन को दूर नहीं जाना पड़ेगा। लेवल क्रॉसिंग पर बने उनके केबिन (गेट लॉज) में ही अटैच टॉयलेट बनेगा। इस व्यवस्था से ट्रेनों का संचलन प्रभावित नहीं होने पाएगा। यही नहीं, केबिन के पास ही इंडिया मार्का हैंडपंप भी लगेंगे, ताकि शुद्ध जल भी मिल सके। पूर्वोत्तर रेलवे में 995 लेवल क्रॉसिंग पर टॉयलेट बनाने का लक्ष्य रखा गया है, इसमें कई जगहों पर काम अंतिम चरण में है।
दरअसल, कई बार ऐसा देखने को मिला है कि गेटमैन शौच करने गए और उसी समय कोई ट्रेन आने वाली है। क्रॉसिंग को बंद करने के लिए गेटमैन के पास स्टेशन मास्टर का फोन आता है पर केबिन में नहीं होने के चलते रिसीव नहीं कर पाता। ऐसी स्थिति में क्रॉसिंग के नजदीक आने पर फाटक बंद नहीं होने के कारण सिग्नल नहीं मिल पाता और ड्राइवर ट्रेन को रोक देते हैं। बाद में कॉशन पर ट्रेन को गुजारना पड़ता है। इसमें समय भी काफी जाया होता है। गेटमैन के केबिन में अटैच टॉयलेट बनने से यह समस्या खत्म हो जाएगी।
सजाने-संवारने का काम भी होगा
दूसरे चरण में अब रेलवे लेवल क्रॉसिंग गेटों को सजाने-संवारने का काम शुरू होगा। इसके तहत रेलवे गेटों की रंगाई-पुताई के साथ ही चूना और लाल मिट्टी से दोनों तरफ गिट्टी के ढेर सजाने का काम होगा। गेट के दोनों तरफ के रेलवे ट्रैक को करीब 20 फुट लंबाई में चूने और गेरू से पोता जाएगा, ताकि वहां की सुंदरता बढ़े। इसके अलावा गेटों के पास खाली जगह पर फेंसिंग कर पौधरोपण किया जाएगा।
मंडलवार लेवल क्रॉसिंग, जहां होगा टॉयलेट व हैंडपंप
मंडल टॉयलेट हैंडपंप
लखनऊ 282 00
वाराणसी 475 100
इज्जतनगर 238 130
पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने बताया कि ट्रेनों के सुचारू रूप से परिचालन के लिए सभी लेवल क्रॉसिंग गेटों पर तैनात गेटमैन के लिए अटैच टॉयलेट बनाने का कार्य प्रगति पर है। रेलवे का लक्ष्य है कि शीघ्र ही सभी गेटों पर यह सुविधा प्रदान हो जाए। इससे ट्रेनों का समय पालन और बेहतर हो सकेगा। यात्रियों को भी सहूलियत होगी।