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5 बार जब अनुपमा की रुपाली गांगुली ने रूढ़िवादी सोच को दी चुनौती, शो के जरिए दिखाई नई राह

गाजीपुर न्यूज़ टीम, नई दिल्ली. एक समय था जब छोटे पर्दे पर प्रसारित होने वाले ज्यादातर धारावाहिकों में एक ही कहानी को घुमा फिरा कर दिखाया जाता था। मगर आज का समय ऐसा नहीं है, आज के टीवी शोज कंटेंट के मामले में एक दूसरे को कड़ी टक्कर देते हैं। सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि यह टीवी शोज रूढ़िवादी सोच के खिलाफ जाकर नया दायरा सेट करते हैं। इन्हीं शोज में से एक अनुपमा धारावाहिक है जिसमें एक ऐसी गुजराती गृहणी की कहानी को दिखाया गया है जो समय-समय पर रूढ़िवादी सोच को चुनौती देती है और समाज को एक नई राह दिखाती है। अनुपमा सीरियल सिर्फ इसलिए नंबर वन नहीं है क्योंकि इसके स्टारकास्ट बेहतरीन अभिनय करते हैं, बल्कि यह सीरियल नंबर वन इसलिए है क्योंकि इसमें चलने वाले ट्रैक दर्शकों को प्रेरित करते हैं। यहां देखें कब-कब अनुपमा सीरियल की रूपाली गांगुली ने रूढ़िवादी सोच को दरकिनार करके लोगों को नई राह दिखाई है।

धोखेबाजी के खिलाफ उठाई आवाज

वैसे तो धारावाहिकों में तलाक का ट्रैक नया नहीं है, मगर, अनुपमा सीरियल ने इसे नए तरीके से दिखाया है। सीरियल में हम सब ने देखा कि जब अनुपमा को यह पता चलता है कि उसका पति वनराज उसे धोखा दे रहा है तब वह सहन करने की जगह अपने पति के खिलाफ आवाज उठाती है और उसे तलाक देती है। इस सीरियल में यह भी देखा गया कि उसका पति वनराज एक्सीडेंट की वजह से घायल हो जाता है लेकिन तब भी अनुपमा उसका ध्यान रखती है लेकिन अपने लिए गए फैसले से पीछे नहीं हटती है।

कैंसर को दी मात

शायद भारतीय धारावाहिकों के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है जब किसी टीवी सीरियल में ओवेरियन कैंसर का‌ ट्रैक चलाया गया है और ऑनस्क्रीन इस पर बात की गई है। अनुपमा की रूपाली गांगुली ने इस ट्रैक पर बेहतरीन काम किया था।

अपने एक्स-हसबैंड की करवाई शादी

एक और ऐसा ट्रैक है जिसने रूढ़िवादी सोच को पीछे रखकर नई राह दिखाई है। अनुपमा सीरियल में आपको यह ट्रैक तो याद ही होगा जब अनुपमा ने अपने एक्स हस्बैंड वनराज की शादी उसकी लवर काव्या से करवाई थी। इसके साथ उसने काव्या से बैर रखने की जगह, उसका साथ दिया था। 

मुश्किल घड़ी में भी नहीं हारी हिम्मत 

अगर अनुपमा सीरियल के एक और हाईलाइट की बात करें तो, आपको वह ट्रैक तो याद ही होगा जिसमें अनुपमा ने मुश्किल वक्त में हिम्मत हारे बिना अपनी मेहनत और काबिलियत के बल पर डांस एकेडमी चालू की थी। 

यह ट्रैक लोगों को यह शिक्षा देता है कि चाहे कितनी भी बड़ी मुसीबत क्यों ना आ जाए हिम्मत कभी भी नहीं हारनी चाहिए, और अपने काम के प्रति सच्ची लगन हो तो कोई भी मुसीबत उस काम को करने से नहीं रोक सकती।

अपनी खुशियों को अनुपमा ने रखा आगे

इस टीवी सीरियल में हमने देखा कि बा से लेकर वनराज और काव्या तक इन सभी लोगों ने अनुपमा की खुशियों पर रोक लगानी चाही, मगर अनुपमा ने अपनी खुशियों के लिए स्टैंड लेना सीखा। सिर्फ इतना ही नहीं, वनराज के लाख मना करने पर भी उसने अनुज के साथ काम किया और अपनी खुशियों को आगे रखा।

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