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भदोही में आग का तांडव, दादा-दादी और पोती समेत 4 की जलकर मौत, सहम गया पूरा इलाका

गाजीपुर न्यूज़ टीम, भदोही. भदोही जिले में बुधवार की देर रात दिल दहलाने वाला हादसा हुआ। गोपीगंज के वाराणसी-प्रयागराज मार्ग पर स्थित चुड़िहार मोहल्ले में बुधवार की देर रात करीब दो बजे घर के तीसरे तल के कमरे में विद्युत शार्टसर्किट से आग लग गई। कमरे की छत टिन की थी। हादसे में दादा-दादी व दो पौत्रियों की झुलस कर मौत हो गई जबकि एक भतीजी की हालत गंभीर है। उसे वाराणसी के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है। दिवाली के एक दिन पहले हुई इस घटना से नगर का माहौल गमगीन हो गया। 

गोपीगंज के चुड़िहार मुहल्ला निवासी मोहम्मद असलम तीन भाई हैं। सभी का परिवार एक ही मकान में रहता है। नीचे के दो तलों में दो भाई और तीसरे तल पर बने टिन की छत वाले कमरे में असलम और उनकी पत्नी रहते हैं। बुधवार रात में असलम (65) पत्नी शकीला(62) पोती तश्किया (10) पुत्री तस्लीम, अलवीरा (12) पुत्री शराफत व भतीजी रौनक (19) पुत्री रईस के साथ सो रहे थे।

बुजुर्ग पति-पत्नी की मौके पर हो गई मौत

रात में दो बजे के करीब अचानक कमरे में आग लग गई। असलम ने आग बुझाने का प्रयास किया किंतु तेज लपटों में वह और शकीला बुरी तरह झुलस गए। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि दोनों पोतियां व भतीजी गंभीर रूप से झुलस गईं। परिवार वालों ने मकान की लाइन काट कर आग पर काबू पाया।

घर-गृहस्थी का सारा सामान जलकर राख

झुलसी लड़कियों को पास के अस्पताल में ले जाया गया, जहां से चिकित्सक ने उन्हें वाराणसी रेफर कर दिया। रास्ते में तश्किया और वाराणसी पहुंचने पर अलवीरा ने भी दम तोड़ दिया। रौनक का इलाज चल रहा है। पुलिस अधीक्षक डॉ. अनिल कुमार ने बताया कि रात करीब ढाई बजे की घटना है। प्राथमिक जानकारी के अनुसार आग शार्ट सर्किट से लगी। मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है।

खुद जल रही थी, लेकिन दौड़ते हुए लोगों को जगाया

आग की घटना में असलम की भतीजी रौनक की हिम्ममत से परिवार के बाकी लोग बाल-बाल बच गए। अन्यथा आगे क्या होता कोई नहीं जानता। उसने अपनी परवाह न करते हुए आग के बीच से होकर दूसरे तल पर पहुंची और परिवार के अन्य सदस्यों को जगायी, जिससे मोहल्ले के लोग भी इकठ्ठा हुए और दमकल विभाग को बुलाकर आग पर काबू पाया जा सका। 

असलम के भाई रईस की मानें तो परिवार के सभी लोग उसी घर में रहते हैं। तीन भाइयों में एक भाई का परिवार का नीचे, दूसरे का दूसरे फ्लोर पर है। तीसरे भाई असलम के पुत्रों का परिवार दूसरे फ्लोर पर ही है। इस लिए असलम भाई तीसरे फ्लोर पर टीनशेड वाले कमरे में रहते थे। रोज तीनों बेटियां उसी कमरे में सोती थीं। रात में अचानक आग लगी तो रौनक चीखते-चिल्लाते दूसरे तल पर पहुंची और आग लगने की बात बताई।

मकान में तीन भाइयों का रहता है परिवार

उसी के बाद आग पर काबू पाने का प्रयास किया गया। बताया कि मकान में सभी को मिलाकर कुल 20 का परिवार रहता है। तीन तल के मकान में सबसे नीचे रईस का परिवार जिनकी संख्या पांच की है। दूसरे तल पर असलम का परिवार जिनकी संख्या लगभग 10 की बताई जाती है।

दूसरे तल पर ही पीछे के हिस्से में इस्तफ़ाक जो असलम के भाई का परिवार रहता है। इनकी संख्या चार है। आग के बीच से होकर निकलने की वजह से रौनक के पैर भी काफी ज्यादा जल गए हैं। उधर, दमकल की टीम को पहुंचने में देर लगने के कारण लोगों ने नाराजगी जतायी।

गृहस्थी का सामान जला, मोहल्ले में छाया मातम

असलम और उनका परिवार बड़े ही मेलजोल के साथ रहता था। असलम और उनकी पत्नी के साथ ही असलम के दोनों पुत्रों की पुत्रियां सोती थीं। इस घटना में असलम के दोनों पुत्रों एक-एक पुत्रियों की मौत हुई है। वहीं गृहस्थी का सामान भी जलकर राख हो गया।

चार मौत की सूचना लगने पर क्षेत्र में शोक की लहर व्याप्त हो गई। जानकारी मिलने पर लोग शोक व्यक्त करने पहुंचने लगे। जिसमे सिराज अख्तर, श्रीकांत जायसवाल, सरवर खान,माबूद खान,समेत भारी संख्या में नगर के लोग रहे।

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