वाराणसी पहुंचीं 10 इलेक्ट्रिक बसें, बनारस में 12.30 करोड़ से बन रहा इलेक्ट्रिक बस चार्जिंग स्टेशन
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. वाराणसी के शहरवासियों के लिए खुशखबरी है। इंतजार की घड़ी खत्म हो गई और शहर की सड़कों पर जल्द ही इलेक्ट्रिक बसें दौड़ती नजर आएंगी। रविवार को ट्रेलर पर लदकर 10 इलेक्ट्रिक बसें वाराणसी के मिर्जामुराद पहुंची। हरियाणा से पीएमआइ कंपनी की ओर से भेजी गई इन बसों को एक महाविद्यालय परिसर में खड़ा कराया गया है। वहीं, मिर्जामुराद में इलेक्ट्रिक बसों के चार्जिंग स्टेशन को बनाने का काम तेजी से चल रहा है।
बनारस की हवा दूषित हो चुकी है। लोग विभिन्न बीमारियों के शिकार हो रहे हैं, ऐसे में शहर के अंदर इलेक्ट्रिक बस चलाने पर ज्यादा जोर है।
शहरी क्षेत्र में चलने वाले आटो रिक्शा सीएनजी में कन्वर्ट हो चुके हैं। इलेक्ट्रिक बसों को चार्ज करने के लिए मिर्जामुराद में चार्जिंग स्टेशन बनाया जा रहा है। यहां पर 50 इलेक्ट्रिक बसों की चार्जिंग सुविधा व मेंटनेंस का काम होगा। इसमें एक साथ 30 बसें चार्ज होंगी। चार्जिंग स्टेशन बनते ही शहर की सड़कों पर बसे दौडऩे लगेंगी। चार्जिंग स्टेशन बनाने के लिए 12.30 करोड़ रुपये स्वीकृत है। कार्य उत्तर-प्रदेश जल निगम के कंस्ट्रक्शन एंड डिजाइन सर्विसेज व पीएमआई द्वारा कराया जा रहा हैं।
मिर्जामुराद के गौर गांव में ग्राम पंचायत द्वारा वर्ष 2019 में हाइवे किनारे इलेक्ट्रिक बस चार्जिंग डिपो बनाने का प्रस्ताव पारित कर ग्राम पंचायत की जमीन दी गई। सीवर के पानी की व्यवस्था के लिए चार्जिंग स्टेशन के पीछे ग्राम सभा की कुछ खाली पड़ी भूमि को छोड़ी गई हैं, जिसमे गड्ढा खोद जलनिकासी का वैकल्पिक व्यवस्था बनाई गई है। टीनशेड के दो फ्लोर का वर्कशाप बनकर तैयार हो गया हैं। वर्कशाप में कुल 18 कमरे बनाए गए हैं। लालपुर विद्युत उपकेंद्र से बिजली के खंभे व तार लगाकर आपूर्ति शुरू कर दी गई है। दो बड़े-बड़े विद्युत ट्रांसफार्मर लगने के साथ ही पानी के लिए पंप की बोरिंग की जा चुकी है.