वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लोकार्पण से पहले अंडरग्राउंड पार्किंग में तोडफ़ोड़
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. गाड़ी को खड़ी करने के विवाद में अधिवक्ताओं से ठेकेदारों की झड़प होने के बाद दौड़ा दौड़ा कर पीटे गए मजदूर तो वह काम छोड़ कर भाग निकले। इस दौरान लाखों के नुकसान का अनुमान लगाया गया है। हालांकि, बाद में दोनों पक्षों ने आपस में सुलह कर लिया।
विकास भवन के सामने गाड़ी खड़ी करने के विवाद में बुधवार को कुछ लोगों ने सर्किट हाउस में निर्माणाधीन अंडरग्राउंड पार्किंग में जमकर तोडफ़ोड़ की। इस दौरान विरोध करने पर मजदूरों का दौड़ा - दौड़ा कर पीटा। निर्माण एजेंसी से जुड़े ठेकेदार का आरोप है कि इस घटना से लाखों रुपये का नुकसान हुआ है। अफसरों का आदेश है कि 25 अक्टूबर तक इसका हर हाल में निर्माण पूरा कर लिया जाए। प्रधानमंत्री इसका लोकार्पण करेंगे। मजदूर भागने की वजह से तय अवधि में निर्माण पूरा होना मुश्किल होगा। कैंट इंस्पेक्टर राजेश कुमार सिंह ने घटना को लेकर बताया कि अधिवक्ताओं व ठेकेदारों में विवाद हुआ था। बाद में दोनों पक्षों ने सुलह कर लिया।
बनारस बार के महामंत्री विवेक कुमार सिंह ने बताया कि विकास भवन के बाहर स्थित पार्किंग स्थल पर अपना वाहन खड़ा कर रहे थे। उन्होंने देखा कि सर्किट हाउस में निर्माणाधीन वाहन पार्किंग के ठेकेदार और उनके साथ 15 से 20 लोग एक अधिवक्ता के साथ मारपीट कर रहे थे। इस पर उन्होंने हस्तक्षेप किया तो उन्हें व उनके साथी अधिवक्ता के साथ भी मारपीट की गई। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि मारपीट में ठेकेदार के पक्ष के लोग घायल हुए हैं।
इसके बाद बनारस बार एसोसिएशन के महामंत्री विवेक सिंह अपने साथी अधिवक्ताओं के साथ कचहरी पुलिस चौकी पहुंचे। एसीपी कैंट रत्नेश्वर सिंह ने समझा कर अधिवक्ताओं को वहां से हटाया। निर्माण एजेंसी से जुड़े ठेकेदार के मुताबिक घटना में एयर वेंटिलेशन ड्रक्ट, स्ट्रीट लाइट, एलईडी बोर्ड, बाउंड्रीवाल पोस्ट लाइट आदि क्षतिग्रस्त हो गए। रिकार्ड रूम को भी नुकसान पहुंचाया गया। करीब 15 से 20 मजदूर चोटिल हुए हैं।