वाराणसी के चौकाघाट कबाड़ मंडी में पुलिस का छापा, पुलिस ने मौके से कट रहा ट्रक किया बरामद
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. वाराणसी के चेतगंज थाना क्षेत्र के चौकाघाट कबाड़ी की दुकान पर चोरी की गाडिय़ों की कटने की सूचना पर गुरुवार को पुलिस ने छापेमारी की। मौके पर कटने वाली गाडिय़ां बरामद करने के साथ संचालक से उनके कागजात मांगें। कागजात नहीं दिखाने पर पुलिस ने कट रही गाडिय़ों के पाट्र्स को जब्त कर लिया था। साथ ही मौके पर दो गोदाम को सील करने के साथ कबाड़ी को शुक्रवार तक मोहलत दी है। कागजात नहीं दिखाने पर मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा जाएगा। पुलिस की कार्रवाई से कबाड़ मंडी में अफरा-तफरी मच गई। डर के मारे कई लोग अपने दुकान और गोदाम बंद कर खिसक लिए।
एसीपी चेतगंज अनिरुद्ध कुमार ने बताया कि सूचना मिली थी कि चौकाघाट कबाड़ मंडी में चोरी की गाडिय़ों को काटा जाता है तथा उनके पाट्र्स चोरी-छिपे बेचे जाते हैं। पुलिस को देखते ही मौके पर मौजूद कर्मचारी इधर-उधर भागने लगे। पुलिस ने दौड़ाकर मौके से तीन कर्मचारियों को पकड़ लिया जबकि अन्य भागने में सफल रहे। छोपेमारी के दौरान मौके पर दो ट्रकें कटता हुआ पाया जबकि चार खड़ी थी। संचालक से गाडिय़ों के कागजात मांगें गए लेकिन वह नहीं दिखा सका। ऐसे में गाडिय़ों के सभी पाट्र्स को कब्जे ले लिया गया। साथ ही दोनों गोदाम को सील कर दिया गया। अन्य गाडिय़ों के भी पाट्र्स को एसीपी ने जब्त करा लिया।
जैतपुरा इंस्पेक्टर की भूमिका संदिग्ध
जैतपुरा थाना क्षेत्र मेें चोरी की गाडिय़ां कटनी कोई नई बात नहीं है। तीन साल पहले एक गोदाम में चोरी के दो मारुति वैन कटते हुए पकड़े गए थे। पुलिस ने उनके खिलाफ कार्रवाई की थी। फिर चोरी की गाडिय़ां कटने की सूचना मिलने पर सवाल उठने लगे हैं।
अवैध प्लाटिंग को ध्वस्त कर दिया : विकास प्राधिकरण ने अवैध निर्माणों पर सख्ती जारी रखी है। इस क्रम में गुरुवार को रामनगर व मुगलसराय वार्ड में अभियान चला। करीब 40 बीघे से अधिक अवैध प्लाटिंग को ध्वस्त कर दिया गया। मुगलसराय वार्ड के अलीनगर आलू मिल के पास विश्वनाथ नगर कालोनी में अमित जायसवाल की ओर से करीब 20 बीघे में कराए जा रहे अवैध प्लाटिंग को जोनल अधिकारी सीबी दीक्षित के नेतृत्व में जेई आरके सिंह ने भारी फोर्स के साथ तोड़वा दिया। वीडीए की इस कार्रवाई से पूरे इलाके में खलबली मच गई। उधर, रामनगर वार्ड के सुलतानपुर में करीब 20 बीघे की अवैध प्लाटिंग को जोनल अधिकारी देवचंद्र राम व जेई सत्यदेव सिंह ने गिरवा दिया।