25 अक्तूबर को बनारस आएंगे PM मोदी, देंगे 5000 करोड़ की सौगात, 32 परियोजनाओं को करेंगे लोकार्पित
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. पीएम नरेंद्र मोदी 25 अक्तूबर के प्रस्तावित वाराणसी दौरे में काशीवासियों को पांच हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की 32 परियोजनाओं की सौगात देंगे। पीएम के हाथों लोकार्पित होने वाली परियोजनाओं की सूची तैयार ली गई है और शिलान्यास वाली परियोजनाओं पर मंथन जारी है।
प्रधानमंत्री सुबह करीब 11 बजे ही वाराणसी पहुंचेंगे और दोपहर बाद सिद्धार्थनगर में प्रस्तावित कार्यक्रम में शामिल होेंगे। दीपावली से ठीक पहले वाराणसी दौरे पर 25 अक्तूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करीब ढाई घंटे रुकेंगे। इस दौरान वे पांच हजार 233 करोड़ 87 लाख रुपये की परियोजनाओं का शुभारंभ करेंगे।
प्रस्तावित कार्यक्रम में पीएम मोदी बाबतपुर एयरपोर्ट से सीधे रिंग रोड किनारे स्थित जनसभा स्थल पर जाएंगे और वहां परियोजनाओं के लोकार्पण व शिलान्यास के बाद जनसभा को संबोधित करेंगे। यहां से ही वे सिद्धार्थनगर चले जाएंगे।
रिंग रोड समेत इन परियोजनाओं का लोकार्पण
प्रस्तावित दौरे मेें सबसे बड़ी सौगात 3509.14 करोड़ रुपये की वाराणसी-गोरखपुर एनएच-29 के दूसरे पैकेज की होगी। इसके अलावा 1011.29 करोड़ रुपये की रिंग रोड शहर की यातायात व्यवस्था के लिए संजीवनी साबित होगी। इसके अलावा शहर में तीन मल्टीलेवल पार्किंग, शहंशाहपुर में तैयार बायोगैस प्लांट, कोनियाघाट पुल, कालिकाधाम पुल, वाराणसी कैंट पड़ाव रोड सहित 32 परियोजनाओं को लोकार्पित करेंगे।
पीएम मोदी की रैली की जगह आज हो सकती है तय
वाराणसी के जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बुधवार को पीएम मोदी की प्रस्तावित जनसभा स्थल का निरीक्षण किया। इस दौरान परमपुर, भड़ाव और संदहा का निरीक्षण किया और यहां हेलीपैड आदि निर्माण पर भी चर्चा की। माना जा रहा है कि बृहस्पतिवार शाम तक जनसभा स्थल पर निर्णय कर लिया जाएगा।
मेंहदीगंज में भी सभास्थल पर विचार
पीएम मोदी की जनसभा के लिए बुधवार को एसडीएम राजातालाब और भाजपा का प्रतिनिधिमंडल मेहंदीगंज स्थित स्थल को देखने पहुंचा। जिलाध्यक्ष हंसराज विश्वकर्मा ने बताया कि रिंग रोड के पास स्थित मेहंदीगंज में सभा स्थल के लिए ग्राम प्रधान प्रतिनिधि शकील अहमद को भी मौके पर बुलाकर मंत्रणा की गई। लेकिन अभी तक प्रधानमंत्री के कार्यक्रम स्थल के लिए अंतिम निर्णय नहीं हो पाया है। हालांकि प्रधानमंत्री कार्यालय को सभी विकल्पों से अवगत करा दिया गया है।
पीएम के हाथों लोकार्पित होनी वाली परियोजनाएं
- 4.96 करोड़ रुपये मंडी परिषद में पेस्टिसाइड लैब सहित अन्य विकास कार्य
- 1.70 करोड़ रुपये में आराजी लाइन में बायोगैस प्लांट पर एग्रीकल्चर फार्म व अन्य कार्य
- 23 करोड़ रुपय में शहंशाहपुर स्थित बायोगैस प्लांट
- 2.75 करोड़ रुपये में आईटीआई करौंदी में आवासीय भवन
- 28.78 करोड़ रुपये में बीएचयू गर्ल्स हास्टल में 200 रुम
- 27.82 करोड़ रुपये में बीएचयू के राजपूताना ग्राउंड में स्टूडेंट एक्टिविटी सेंटर
- 70 करोड़ रुपये में बीएचयू में धनराजगिरी ब्यायज ब्लाक हास्टल ब्लाक
- 40 करोड़ रुपये में बीएचयू में रेजीडेंसियल अपार्टमेंट
- 6.60 करोड़ रुपये में पलही पट्टी में विज्ञान व वाणिज्य संकाय विभाग की स्थापना
- 6.41 करोड़ रुपये में 50 बेड एकीकृत अस्पताल भद्रासी
- 26.21 करोड़ रुपये में कोनियाघाट का यमुना पर पुल निर्माण
- 19.14 करोड़ रुपये में दो लेन का कालिकाधाम पुल
- 18.66 करोड़ रुपये में वाराणसी कैंट से पड़ाव मार्ग
- 10.85 करोड़ रुपये में चांदपुर आस्थान में सड़क और सीवर का काम
- 3509.14 करोड़ रुपये में वाराणसी गोरखपुर एनएच-29 का पैकेज-2
- 1011.29 करोड़ रुपये में रिंग रोड-2 का पैकेज -1
- 72.91 करोड़ रुपये में 10 एमएलसडी क्षमता की रामनगर एसटीपी
- 201.65 करोड़ रुपये में वरुणा का तट सौंदर्यीकरण और चैनलाइजेशन
- 15.80 करोड़ रुपये में गंगा गोमती के कैथी संगम तक का सौंदर्यीकरण
- 10.78 करोड़ रुपये में गोदौलिया से दशाश्वमेध घाट का सौंदर्यीकरण
- 2.02 करोड़ रुपये में दशाश्वमेध से मुंशी घाट तक सौंदर्यीकरण
- 1.68 करोड़ रुपये में शूल टंकेश्वर घाट पर पर्यटन विकास
- 26.77 करोड़ रुपये में सर्किट हाउस पर अंडरग्राउंड पार्किंग
- 23.31 करोड़ रुपये में टाउन हाल पार्किंग और पार्क
- 13.53 करोड़ रुपये में राजमंदिर वार्ड का पुनरोद्धार
- 16.22 करोड़ रुपये में दशाश्वमेध वार्ड का पुनरोद्धार
- 12.65 करोड़ रुपये में जंगमबाड़ी वार्ड का पुनरोद्धार
- 16.97 करोड़ रुपये में शहर के आठ कुंडों का सौंदर्यीकरण
- 2.59 करोड़ रुपये में चकरा तालाब का विकास व सौंदर्यीकरण
- 6.94 करोड़ रुपये में पद्मविभूषण गिरिजा देवी मल्टीपरपज हाल का उच्चीकरण
- 2.74 करोड़ रुपये में राजघाट से मालवीय पुल तक पर्यटन विकास
कमिश्नर ने पूर्ण हो रही परियोजनाओं की समीक्षा की
कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने बुधवार को आयुक्त सभागार में पूरी हो चुकी प्रमुख बड़ी परियोजनाओं की समीक्षा की। उन्होंने एक-एक कर सभी परियोजनाओं के बारे में विस्तार से पूछताछ की। उन्होंने संबंधित विभागीय अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि वरिष्ठ अधिकारी स्वयं मौके पर जाकर परियोजना का निरीक्षण कर ले। यदि कहीं कोई छोटी-मोटी कमी दिखे, तो तत्काल दुरुस्त कराएं।