उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल समेत देश के लाखों किसानों की लटक सकती है 10वीं किस्त
गाजीपुर न्यूज़ टीम, नई दिल्ली. पीएम किसान सम्मान निधि की 10 वीं किस्त किस्त 15 दिसंबर तक आने की उम्मीद है, लेकिन उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल समेत देश के लाखों किसानों के आधार, बैंक डिटेल्स, नाम की स्पेलिंग में गलती, बैंक खाता नंबर में त्रुटियों की वजह से किस्त आनी बंद हो गई है। वहीं, अपात्र किसानों पर अब राज्य सरकारें भी शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। ऐसे में अगर आप चाहते हैं कि आपकी अगली किस्त न रुके तो एक बार अपना स्टेटस जरूर चेक कर लें।
72 लाख से अधिक किसानों का पेमेंट फेल, 58.50 लाख से अधिक की किस्त लटकी
पीएम किसान पोर्टल पर 7 अक्टूबर तक के उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक देश में 12.26 करोड़ से अधिक लोग पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत रजिस्टर्ड हो चुके हैं। इनमें से 10.59 करोड़ से अधिक किसानों का RFT Sign यानी रिक्वेस्ट फॉर फंड ट्रांसफर साइन हुआ। इसके बाद 10.50 करोड़ से अधिक किसान परिवारों का FTO Generate किया गया, यानी फंड ट्रांसफर के आदेश दिए गए। इनमें से अब तक केवल 99.79 करोड़ से अधिक किसानों के खातों में ही 2000 रुपये की पिछली किस्त पहुंची। जबकि, 72 लाख से अधिक किसानों का पेमेंट फेल हो गया और 58.50 लाख से अधिक किसानों की किस्त रुक गई।
बता दें प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना अंतर्गत कृषि विभाग द्वारा केंद्र सरकार को भेजे गए कुछ सत्यापित आवेदनों में PFMS द्वारा फंड ट्रांसफर के समय कई तरह की गलतियां पायी गईं, जिससे किस्त की रकम ट्रांसफर नहीं हो पा रही। इस वजह से आवेदन में हुई गलतियों को सुधार के लिए वापस भेज दी जा रही हैं।
किसानों की किस्त लटकने और पेमेंट फेल होने वाले टॉप 10 राज्य
राज्य | कुल रजिस्टर्ड किसान | RFT Signed | FTO Generated | Payment Success | पेमेंट फेल | पेमेंट पेंडिंग |
पश्चिम बंगाल | 4,021,925 | 4,485,621 | 4,475,221 | 2,720,097 | 3,388 | 1,751,736 |
ओडिशा | 4,050,234 | 4,003,069 | 4,003,022 | 2,959,904 | 19,860 | 1,057,251 |
उत्तर प्रदेश | 28,144,427 | 23,017,400 | 23,016,859 | 22,937,916 | 121,676 | 658,376 |
गुजरात | 6,441,312 | 5,376,028 | 5,371,675 | 5,032,204 | 51,622 | 475,961 |
राज्यस्थान | 7,882,296 | 7,200,739 | 7,154,444 | 6,808,154 | 55,606 | 333,973 |
महाराष्ट्र | 11,457,449 | 11,394,801 | 11,394,131 | 11,092,462 | 95,649 | 301,242 |
असम | 3,125,691 | 1,157,249 | 624,387 | 415,185 | 1,452 | 297,986 |
मध्य प्रदेश | 8,969,855 | 8,442,017 | 8,396,994 | 8,094,011 | 54,076 | 251,050 |
झारखंड | 3,088,965 | 1,486,273 | 1,485,217 | 1,290,536 | 4,387 | 204,933 |
छत्तीसगढ़ | 3,825,938 | 3,046,299 | 3,032,231 | 2,834,650 | 22,775 | 179,770 |
कर्नाटक | 5,732,225 | 5,201,291 | 5,201,103 | 5,052,164 | 75,196 | 81,331 |
बिहार | 8,379,029 | 8,181,012 | 8,080,291 | 7,989,741 | 25,784 | 68,664 |
स्रोत: पीएम किसान पोर्टल
अगर पूरे देश की बात करें तो अगस्त-नवंबर की 2000 रुपये की लाखों किसानों की किस्त अभी लटकी हुई है। इसमें सबसे ज्यादा पश्चिम बंगाल के 1751736 किसान हैं, जबकि 3388 किसानों का पेमेंट फेल हो गया है। वहीं, दूसरे नबंर पर ओडिशा है। यहां के 1057251 किसानों की पेमेंट लटक गई है। तीसरे स्थान पर काबिज उत्तर प्रदेश के 658376 किसानों की किस्त लटक गई है। इस बार पेमेंट फेल होने वाले खातों की संख्या भी अधिक है यानी सरकार ने पैसा तो भेजा, लेकिन किसानों के खातों में नहीं पहुंचा। ऐसे लाभार्थियों की सबसे ज्यादा संख्या उत्तर प्रदेश के किसानों की है। यहां 121676 किसानों के खातों में पैसा पेमेंट फेल होने की वजह से पहुंचा ही नहीं है।
इन वजहों से फंस जाती है किस्त
- किसान का नाम “ENGLISH” में होना जरूरी है
- जिन किसान का नाम आवेदन में “HINDI” में है, कृपया नाम संशोधित करें।
- आवेदन में आवेदक का नाम और बैंक अकाउंट में आवेदक का नाम भिन्न होना
- किसान को अपने बैंक शाखा जा कर बैंक में अपना नाम आधार और आवेदन में दिये गए नाम के अनुरूप करना होगा।
- IFSC कोड लिखने में गलती।
- बैंक अकाउंट नंबर लिखने में गलती।
- गांव के नाम में गलती।
उपर्युक्त सभी प्रकार की त्रुटियों में सुधार के लिए आधार सत्यापन जरूरी है। आधार सत्यापन के लिए किसान अपने निकटतम CSC/वसुधा केंद्र/ सहज केंद्र से संपर्क करें।