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मनरेगा में कार्यरत रोजगार सेवकों का बढ़ाया जाएगा मानदेय, जानिए अब कितना हो जाएगा इनका वेतन

गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. उत्तर प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले शिक्षित महिला/पुरुष उम्मीदवार रोजगार सेवक के पदों पर भी आवेदन कर अपना करियर बना सकते हैं। अनुमान है कि प्रदेश सरकार रोजगार सेवकों को दिए जाने वाले मानदेय में बढ़ोत्तरी कर सकती है।    

उत्तर प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए राज्य सरकार ने ग्राम्य विकास विभाग, पंचायतीराज विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग एवं नेशनल हेल्थ मिशन उत्तर प्रदेश के द्वारा कई हजार शिक्षित/ अशिक्षित युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने का प्रयास किया है। इसके अलावा विभिन्न मीडिया रिपोर्ट से मिली जानकारी के आधार पर यह भी कहा जा रहा हैं कि प्रदेश में मनरेगा योजना के अंतर्गत कार्यरत रोजगार सेवकों के मानदेय में भी बढ़ोत्तरी की जाने वाली है। अगर ऐसा होता है तो यह प्रदेश में कार्यरत करीबन 35 हजार रोजगार सेवकों के लिए एक बड़ी सौगात साबित हो सकती है। इसलिए आज हम इस आर्टिकल में वेतन से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण जानकारी साझा करने जा रहे हैं। 

कितना बढ़ाया जा सकता है मानदेय 

यूपी में मनरेगा योजना के तहत कार्यरत रोजगार सेवकों का जल्द ही मासिक मानदेय बढ़ाया जा सकता है। एक मीडिया रिपोर्ट में छपी खबर के मुताबिक इस बढ़ोत्तरी के लिए आधिकारिक तौर पर पुष्टि की जा चुकी है। जानकारी के अनुसार इन दिनों यूपी में लगभग 35,246 रोजगार सेवक काम कर रहे हैं, जिन्हें 6,780 रुपये प्रतिमाह मानदेय के रूप में दिया जाता है। अब इस मानदेय को 10 हजार तक किए जाने की तैयारी की जा रही है जो रोजगार सेवकों के लिए बड़ी सौगात हो सकती है।   

क्या है रोजगार सेवक के पदों से जुड़ी जानकारी 

उत्तर प्रदेश ग्रामीण विकास विभाग की ओर रोजगार सेवक के पदों पर भी समय-समय में भर्तियां आयोजित की जाती हैं। इन पदों में आवेदन करने के लिए उम्मीदवारों को कम से कम 10वीं पास होना आवश्यक होता है। ग्रामीण क्षेत्रों में नियुक्त किए जाने वाले रोजगार सेवकों का मूल उद्देश्य मनरेगा कार्य का संचालन करना होता है। इस बारे में और अधिक जानकारी के लिए अभ्यर्थी ग्राम्य विकास विभाग की ऑफिशियल वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं।

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