महानवमी: पंडालों में हवन और घरों में कन्या पूजन
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. सार्वजनिक पूजा पंडालों से लेकर घरों तक में गुरुवार को नवमी पूजन के विधान पूर्ण किए गए। सार्वजनिक पूजा पंडालों में मुख्य अनुष्ठान के रूप में हवन और पुष्पांजलि हुई। घरों में कन्या पूजन कर नवरात्र की पूर्णाहुति की गई।
पूजा पंडालों में हवन और पुष्पांजलि के बाद पूरे दिन भोग प्रसाद ग्रहण करने का क्रम जारी रहा। नगर के लक्सा, जंगमबाड़ी, सोनारपुरा, भेलूपुरा और शिवाला क्षेत्र स्थित बंगीय पूजा पंडालों में बेलपत्र और सांकला से वृहद हवन किए गए। हवन के लिए दोष रहित 108 बेलपत्र छांटकर पुरोहित ने हवन किया, जबकि यजमानों ने सांकला से हवन की पूर्ण की।
देवी के 108 मंत्रों के जप के साथ हवन की प्रक्रिया करीब दो घंटे में पूर्ण हुई। भारत सेवा आश्रम संघ सिगरा और रामकृष्ण मिशन लक्सा में हवन आदि कृत्य देखने के लिए बड़ी संख्या में बंगीय समुदाय के लोग पहुंचे। इधर घरों में कलश स्थापित करने वालों ने अपनी-अपनी श्रद्धा और शक्ति के अनुसार कन्याओं का पूजन और विदाई की।
किसी ने तीन तो किसी ने पांच कन्याओं का पूजन किया। सामान्य तौर पर देवी के नौ स्वरूपों के प्रतीक में नौ कन्याओं का पूजन हुआ। नगर के विभिन्न देवी मंदिरों में भी कन्या पूजन किया गया। कन्याओं के चरण पखार कर उन्हें आसन दिया गया। तिलक और माल्यार्पण के उपरांत उन्हें भोग और दक्षिणा अर्पित की गई।