Lucknow Kanpur Expressway : लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेस वे का टेंडर अक्टूबर के अंत में खुलेगा, 45 मिनट में पहुंच सकेंगे लखनऊ से कानपुर
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेस वे निर्माण के लिए कंपनी का चयन प्रक्रिया इसी माह के अंत में पूरी हो जाएगी। चयनित कंपनी को एक्सप्रेस वे निर्माण के लिए बैंक से लेना होगा। इसके बाद निर्माण कार्य शुरू होगा।
लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेस वे के छह लेन के निर्माण में एनएचएआइ द्वारा चयनित कंपनी को सिर्फ 40 फीसद ही धन उपलब्ध कराएगी, बाकि धन कंपनी को बैंक से लोन लेना होगा। लोन मिलने के बाद ही एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य शुरू होगा। इसका निर्माण कानपुर सीमा से सटे उन्नाव से लखनऊ के शहीद पथ तक होना है। इस एक्सप्रेस वे से लखनऊ आने व जाने में एक से डेढ़ घंटे तक लग जाते हैं। लोगों को जाम की समस्या से जूझना पड़ता है।
इस एक्सप्रेस वे से मात्र 45 मिनट में ही कानपुर से लखनऊ पहुंच जाएंगे। वहीं, कानपुर में बनने वाले आउटर रिंग को भी एक्सप्रेस वे से जोड़ दिया जाएगा, ताकि हमीरपुर-सागर में रमईपुर से रूमा होते हुये ङ्क्षरग रोड से उन्नाव के पास एक्सप्रेस वे को जोड़ा जाएगा। इससे वाहन सवार बिना जाम में फंसे आराम से जा सकेंगे।
अभी तक हमीरपुर-सागर हाईवे से लखनऊ की ओर जाने वाले वाहनों को नौबस्ता स्थित जाम में फंसना पड़ता है। इसके बाद चकेरी-भौंती एलिवेटेड रोड की रैंप में चढ़कर लखनऊ की तरफ जा रहे हैं। इस रास्ते से लखनऊ तक पहुंचने में दो घंटे तक का समय लग जाता है। एक्सप्रेस वे के निर्माण के लिए 20 अक्टूबर तक एनएचएआइ की ओर से टेंडर आमंत्रित किये गये हैं।
इनका ये है कहना: एनएचएआइ लखनऊ के परियोजना निदेशक एनएन गिरि ने बताया कि एक्सप्रेस वे का निर्माण हाईब्रिड मोड में होगा। इसमें 40 फीसद धन आठ किस्तों में निर्माण एजेंसी को दिया जाएगा। उन्होंने 60 फीसद धन बैंक से लोन लेना होगा। लोन के कागज पूरे और धन राशि मिलने के बाद ही कंपनी निर्माण शुरू कर पाएगी। उन्होंने बताया कि उम्मीद है कि इसी माह के अंत में काम कंपनी का चयन हो जाएगा।