यूपीटेट के बीच जूनियर हाईस्कूल शिक्षक भर्ती रिजल्ट बना चुनौती, जानिए क्या है कारण
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ/प्रयागराज. उत्तर प्रदेश परीक्षा नियामक प्राधिकारी (पीएनपी) कार्यालय इन दिनों तिहरे मोर्चे पर काम कर रहा है। एक तो जूनियर हाईस्कूल शिक्षक भर्ती परीक्षा की उत्तरमाला वेबसाइट पर जारी कर उसी पर आपत्तियां लेना और 12 नवंबर को परिणाम घोषित किया जाना प्रस्तावित है।
दूसरी ओर पीएनपी की वेबसाइट पर उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपी टीईटी) के लिए आवेदन लिए जा रहे हैं। ऐसे में उसी वेबसाइट पर शिक्षक भर्ती की आपत्तियां लेने से कार्य प्रभावित होने की आशंका को देख पीएनपी और विकल्पों पर काम कर रहा है। इसके अलावा शासन से टीईटी में राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान (एनआइओएस) से डीएलएड को शामिल करने के संभावित निर्णय पर भी पीएनपी की नजर है।
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक परीक्षा नियामक प्राधिकारी ने जूनियर हाईस्कूल शिक्षक भर्ती की परीक्षा 17 अक्टूबर को प्रदेश के मंडल मुख्यालय के जिलों पर कराई। इसकी उत्तरमाला जारी की जानी है, जिस पर 21 अक्टूबर से 25 अक्टूबर तक अभ्यर्थियों से आपत्तियां लिया जाना प्रस्तावित है।
उधर, पीएनपी की वेबसाइट पर टीईटी के लिए आवेदन लिए जा रहे हैं, जिसकी प्रक्रिया 25 अक्टूबर तक चलेगी। ऐसे में अभ्यर्थी आशंका जता रहे हैं कि उसी वेबसाइट पर जूनियर हाईस्कूल शिक्षक भर्ती की आपत्तियां लेने की प्रक्रिया प्रभावित हो सकती है, जिसका असर निर्धारित तारीख पर परिणाम घोषित करने पर भी पड़ेगा।
इसके अलावा एक चुनौती और है। परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव संजय कुमार उपाध्याय ने एनआइओएस से डीएलएड करने वालों को भी टीईटी में शामिल करने का प्रस्ताव भेजा है, जिस पर शासन को निर्णय लेना है। शासन पक्ष में निर्णय लेगा तो आवेदकों की संख्या बढ़ेगी, हालांकि सचिव संजय कुमार उपाध्याय मानते हैं कि 25 अक्टूबर तक आवेदन लेना पहले से ही निर्धारित है। ऐसे में पक्ष में निर्णय एक दो दिन में होने पर सभी के पास आवेदन करने के लिए पर्याप्त समय रहेगा।
रही बात जूनियर हाईस्कूल शिक्षक भर्ती परीक्षा की उत्तरमाला पर आनलाइन आपत्तियां लेने का तो उसके और विकल्पों पर काम किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि प्रयास है कि टीईटी प्रक्रिया भी निर्धारित कार्यक्रम पर हो और शिक्षक भर्ती का रिजल्ट भी तय समय पर घोषित हो.