आईपीएस अरविंद चतुर्वेदी को मिला वीरता पुरस्कार, मुंबई में मुख्तार अंसारी के शूटर का किया था एनकाउंटर
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी का शार्प शूटर फिरदौस सात साल तक फरार रहा। इस बीच वह हत्या, लूट और डकैती जैसी वारदातों को अंजाम देता रहा। वह इतना शातिर था कि वारदात के बाद पुलिस की दर्जनों टीमों और इलेक्ट्रानिक्स व्यवस्थाओं को भी चकमा दे जाता था। एक सूचना के आधार पर पुलिस अधिकारी अरविंद चतुर्वेदी की टीम ने शार्प शूटर को मार गिराया था। शनिवार को गांधी जयंती के अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्हें राष्ट्रपति का वीरता पुरस्कार देकर सम्मानित किया।
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आईपीएस अरविंद चतुर्वेदी |
घटना वर्ष 2006 की है। फिरदौस के आतंक से व्यवसायी और राजनेता सभी त्रस्त हो चुके थे। तब एसटीएफ में तैनात अरविंद चतुर्वेदी ने अपनी टीम के साथ फिरदौस का पता लगा लिया। एसटीएफ उसे पकडऩे के लिए मुंबई के मलाड में उसका पीछा ही कर रही थी कि वह और उसके साथी ताबड़तोड़ फायरिंग करने लगे। पुलिस की जवाबी फायरिंग में फिरदौस मारा गया था।
वर्तमान में विजिलेंस लखनऊ में तैनात एसपी अरविंद चतुर्वेदी ने बताया कि फिरदौस मूल रूप से रायबरेली का रहने वाला था। भाजपा के गाजीपुर मुहम्मदाबाद विधायक कृष्णानंद राय की हत्या में भी उसका हाथ था। इसके बाद उसने फरारी के दौरान ही लखनऊ के महानगर में बद्री सर्राफ के यहां डकैती डाली थी। इसमें वह मुख्य अभियुक्त था। 50 हजार के इनामी फिरदौस ने सात साल की फरारी के दौरान कई जघन्य हत्याकांड, लूट और डकैती जैसी वारदातें की थीं।