गाजीपुर एसडीएम ने थाने में बिठाए रेलकर्मी, गाजीपुर सिटी स्टेशन पर थमी ट्रेनें, रेलवे को बताया जलभराव का जिम्मेदार
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर में रौजा इलाके में जलभराव के लिए रेलवे को जिम्मेदार बताकर एसडीएम सदर अनिरुद्ध सिंह ने रेलकर्मियों को हिरासत में लेकर थाने पहुंचा दिया। रेलवे ट्रैक पर मिनी ब्लॉक और मरम्मत कार्य अधूरा होने के चलते ट्रैक पर ट्रेनों का परिचालन रोक दिया गया। पांच ट्रेनें औड़िहार के रास्ते डायवर्ट की गईं तो गाजीपुर के यात्रियों को दूसरी ट्रेन से औड़िहार पहुंचाया गया।
डीआरएम वाराणसी और जीएम गोरखपुर को मामले की जानकारी दी गई, जिसके बाद हडकंप मच गया। आनन फानन में रेलवे मंडल कार्यालय ने डीएम से वार्ता की और कर्मचारियों को छोड़ने की बात कही। गाजीपुर के रौजा क्षेत्र के सरस्वती बिहार कालोनी, चंद्रशेखर कालोनी, टेढ़वा, बरहनिया में जलभराव के बाद जनता ने आक्रोश दिखाया। जिम्मेदार नाकामी छिपाने के लिए जिला प्रशासन अब रेलवे पर ठीकरा फोड़ रहा है।
डीएम की फटकार से खफा एसडीएम सदर अनिरुद्ध कुमार ने अपना गुस्सा शुक्रवार रात रेलवे ट्रैक पर काम करने वाले अधिकारियों और कर्मियों पर निकाला। रेलवे ट्रैक पर मरम्मत कार्य में जुटे रेलवे के अधिकारियों और कर्मचारियों को एसडीएम सदर ने पहले तो खरी-खोटी सुनाई फिर पुलिस से कहकर हिरासत में ले लिया। पुलिस का नाम सुनते ही रेलवे ट्रैक पर मरम्मत अधूरा छोड़कर श्रमिक मौके से भाग निकले।
परिचालन की ओर से अनसेफ ट्रैक का अलर्ट चलने के बाद गाजीपुर सिटी स्टेशन पर ट्रेनों के पहिए थम गए और आगे के लिए सिग्नल रेड कर दिया गया। वहीं गाजीपुर के आगे जाने वाली ट्रेनों को औड़िहार से मऊ के रास्ते बलिया के लिए डायवर्ट कर दिया गया, वहीं बलिया की ट्रेनें भी सुबह तक गाजीपुर नहीं आएंगी बल्कि बलिया से औड़िहार डायवर्ट होंगी।
मामले की जानकारी के बाद डीआरएम ने जिला प्रशासन से वार्ता की और कर्मचारियों को छोड़ने की अपील की। इसमें गाजीपुर स्टेशन के आईओडब्ल्यू, ईओआई, ट्रॉली मैन समेत पांच कर्मचारी शामिल हैं। इस दौरान स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस, छपरा-लखनऊ एक्सप्रेस, गोदिया एक्सप्रेस, पवन एक्सप्रेस को डायवर्ट किया गया। प्रशासन का कहना था कि रेलवे ट्रैक के नीचे छोटी पुलिया बनाकर निकासी का माध्यम था जिसे बंद कर दिया गया और जलभराव हो गया। रेलवे ट्रैक पर जनता के हंगामे के लिए रेलवे जिम्मेदार है।