फसलों में जलभराव पर किसान परेशान, लट्ठूडीह में धरना-प्रदर्शन कर बड़े आंदोलन की चेतावनी दी - Ghazipur News
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर के बलिया और मऊ सीमावर्ती क्षेत्रों में बारिश के बाद स्थानीय नदियों में आई बाढ़ ने किसानों की कमर तोड़ दी। उनकी फसलें पानी में पूरी तरह ध्वस्त हो गई और पौध खेत में सड़ गई। इसके अलावा धान, केला, सब्जियों के खेतों में अभी तक पानी भरा है। इसमें फसल तो दूर महीनों तक जुताई और खेती की तैयारी भी नहीं हो सकती। प्रशासन ने भी अब तक जलनिकासी के लिए कोई प्रबंध नहीं किए, किसान भगवान भरोसे हैं तो गुरुवार को आक्रोश नजर आया। किसानों ने लट्ठूडीह में धरना-प्रदर्शन कर बड़े आंदोलन की चेतावनी दी। कहा कि आज का धरना-प्रदर्शन मात्र संकेतिक है। कल यानी शुक्रवार 22 अक्टूबर से यह धरना प्रदर्शन आमरण अनशन में बदल जाएगा।
क्षेत्र के कई इलाके से होकर गुजरने वाली मंगई नदी में आई बाढ़ के पानी का निकास नहीं होने से परेशान हैं। राजेश राय बागी के नेतृत्व में धरना-प्रदर्शन की सूचना मिलते ही उपजिलाधिकारी व सीओ मुहम्मदाबाद मौके पर पहुंच किसानों की समस्याओं के बारे में जानकारी लेकर निराकरण का आश्वासन दिये। इस संबंध में किसानों द्वारा उपजिलाधिकारी को पत्रक दिया गया। किसानों ने आरोप लगाया कि माफिया मंगई नदी में जगह-जगह नदी के प्राकृतिक प्रवाह को रोक कर करकट व जाल लगाकर मछली पकड़ने का काम कर रहे हैं। नदी का प्राकृतिक बहाव बाधित हो गया है और जलजमाव हो गया है। इसके चलते करईल ईलाके की खरीफ की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी है। वहीं रबी की फसल पर भी संकट गहरा गया है। इसके लिए नदी में अवैध ढंग से नदी के प्रवाह को रोकने वाले गाजीपुर व बलिया के मत्सय माफियाओं के खिलाफ मुकदमा कायम किया जाए। इस बाढ़ के पानी से किसानों की जो फसल बर्बाद हुई है। उसका शत-प्रतिशत क्षतिपूर्ति दिया जाए।
उपजिलाधिकारी मुहम्मदाबाद में कहा कि जिलाधिकारी से बात करने के बाद पूरे मामले का निराकरण कराया जायेगा। धरना के दौरान राजेश राय बागी, छांगुर राय करीमुद्दीनपुर, आशुतोष राय जोगा, आशीष राय राजापुर, श्याम नारायण राय सोनवानी, सोनू राय सियाड़ी, भोला राय परसा, रंजन राय करीमुद्दीनपुर, दिनेश पांडेय करीमुद्दीनपुर, ऋषि राय जोगा, अनिल राय लठ्ठूडीह, श्रीप्रकाश राय भरौलीकला, उमाशंकर राय कपूर, सुशील राय कपूर, पीयूष रायबरेली कला, देवेंद्र राय जोगा, गोविंद राय जोगा, जग निवास राय करीमुद्दीनपुर, बालजी राय करीमुद्दीनपुर, दया राय करीमुद्दीनपुर सहित भारी संख्या में किसान मौजूद रहे।