पीएसी में 14 साल से फर्जी दस्तावेज पर नौकरी कर रहा था बलिया जिले का सिपाही, गिरफ्तार
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. पीएसी में 14 साल तक फर्जी दस्तावेज से मनीष नाम से सिपाही की नौकरी करने के आरोपी अमित सिंह को विभूतिखंड पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आरोपी एसटीएफ के सिपाही मनीष के दस्तावेज इस्तेमाल कर उसके नाम से ही पीएसी में नौकरी कर रहा था। इसी साल 21 मार्च को उसके फर्जीवाड़े का खुलासा होने पर एफआईआर दर्ज हुई थी। मार्च में उसे हिरासत में लिया गया था, लेकिन तब गिरफ्तारी की धारा न होने पर उसे निजी मुचलके पर छोड़ दिया गया था।
इंस्पेक्टर विभूतिखंड चन्द्रशेखर सिंह ने बताया कि जांच में अमित के आरोप सही साबित होने पर कई और तथ्य जुटाये गये। इसके बाद ही विवेचक ने उसमें धारायें बढ़ायी। इन धाराओं के बढ़ने पर ही अमित को गिरफ्तार किया गया। अमित मूल रूप से बलिया के सोनकी भाट का रहने वाला है। एसटीएफ मुख्यालय में तैनात सिपाही मनीष कुमार सिंह के पास फरवरी में एलआईसी हाउसिंग व एसबीआई से फोन आया था कि वह ऋण के सम्बन्ध दस्तावेज की कॉपी जमा करें।
मनीष पहले ही ऋण ले चुका था, अब कॉपी का क्या मतलब। वह एलआईसी के दफ्तर गया तो पता चला कि उसके नाम व आधार कार्ड पर पीएसी में तैनात सिपाही ने ऋण का आवेदन किया है। इन दस्तावेजों में उसका नाम, पिता का नाम, पता व जन्मतिथि सब उसी की है। इसके बाद उसने एफआईआर लिखायी थी। पता चला था कि उसके नाम पर फर्जी तरीके से पीएसी में नौकरी कर रहे युवक का असली नाम अमित सिंह है। अमित उसका दोस्त भी रहा है। अमित के खिलाफ धारायें बढ़ने के बाद उसकी गिरफ्तार कर ली गई।
अमित बदायूं से भर्ती हुआ था
एसटीएफ के डिप्टी एसपी अवनीश्वर श्रीवास्तव ने पड़ताल की थी तो सामने आया था कि अमित बदायूं और मनीष बरेली से भर्ती हुआ था। विभागीय जांच में उसके खिलाफ कई तथ्य मिले।