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वाराणसी आ रही यात्रियों से भरी बस को रिंग रोड चौराहे पर ट्रक ने मारी टक्कर, यात्री बोले लगा आ गया हो भूकंप

गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. वाराणसी जिले के बड़ागांव थाना क्षेत्र के कोईराजपुर रिंग रोड चौराहे पर शुक्रवार को जौनपुर से वाराणसी की तरफ आ रही यात्रियों से भरी बस को राजातालाब से चौबेपुर की तरफ जा रही तेज रफ्तार के ट्रक ने टक्कर मार दी। घटना के बाद यात्रियों की चीख-पुकार सुनकर मौके पर पहुंचे लोगों ने बस की खिड़की तोड़कर और गेट खोलकर उसमें फंसे यात्रियों को बाहर निकालकर अलग-अलग अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उनका उपचार चल रहा है।



जानकारी अनुसार जौनपुर जिले के मड़ियाहूं थाना क्षेत्र के बेलवा से चार दर्जन से अधिक यात्रियों को लेकर शुक्रवार सुबह 6 बजे एक निजी बस वाराणसी आ रही थी। बस में छात्र-छात्राएं भी सवार थे। सुबह 8.30 बजे बस कोईराजपुर रिंग रोड चौराहे पर पहुंची, उसी समय राजातालाब के तरफ से तेज रफ्तार से आ रही गिट्टी लदे ट्रक ने बस को बीचोबीच टक्कर मार दिया। टक्कर मारते हुए बस को ट्रैफिक सिग्नल और डिवाइडर में सटा दिया। संयोग अच्छा था कि ट्रैफिक सिग्नल के पोल और डिवाइडर में टकराकर बस रुक गई, नहीं तो बस पलटने से बड़ा हादसा हो जाता।

घायलों की चीख पुकार सुनकर आसपास के लोग लोग मौके पर पहुंचे और बस में फंसे यात्रियों को बाहर निकालने के साथ ही हरहुआ में स्थित अलग-अलग निजी अस्पतालों में भर्ती कराया। घायलों में बर्रा भट्ठा निवासी शीला (38) और प्रेमशीला (42), मड़ियाहूं थाने के ब्रह्मदेवा, बेलवा निवासी अशोक कुमार (32) और पंकज (31), पसियाही, कठिराव निवासी धर्मेंद्र पटेल (40), मड़ियाहूं बेलवा निवासी प्रमोद सिंह (42) और प्रमोद के पुत्र सत्यम सिंह (12), कठिराव, फूलपुर निवासी राजदुलारी (40), केदरा मड़ियाहूं निवासी चावला लाज़मी(20), तरती नेवढ़ियां निवासी विजय राजभर (24), रानीपट्टी मड़ियाहूं निवासी स्नेहा यादव (16), रानीपट्टी मड़ियाहूं निवासी शिवांगी (2) सहित कई अन्य लोग घायल हो गये। सभी घायलों का हरहुआ स्थित निजी अस्पतालों में इलाज कराया गया। मामूली रूप से घायल लोगों को छोड़ दिया गया जबकी कुछ घायलों का इलाज अभी चल रहा है।

यातायात पुलिस की लापरवाही आयी सामने

मौके पर मौजूद स्थानीय लोगों ने बताया कि घटना में सबसे ज्यादा लापरवाही यातायात पुलिस द्वारा बरती गयी है। घटना के समय कोई भी पुलिसकर्मी वहां मौजूद नहीं था। यही कारण था कि राजातालाब से चौबेपुर की तरफ जा रही ट्रक के चालक को न तो कोई सिग्नल दिखाई दिया और न ही किसी ने रोका। वह तेज रफ्तार में चौराहा पार करना चाहा और ओवरब्रिज के चौड़े पीलर के कारण दोनों वाहन चालक एक दूसरे को देख नहीं पाये और एका-एक सामने आने के चलते वाहनों को काबू में नहीं किया जा सका।

ऐसे लगा जैसे लगा आ गया हो भूकंप, जिंदा नहीं बचेंगे

बस में सवार मड़ियाहूं, गौरा निवासी रामजीत (40) और रानीपट्टी जौनपुर निवासी गर्भवती महिला सुषमा (30) ने बताया कि दुर्घटना के बाद ऐसा लगा कि जैसे भूकंप आ गया हो। नजर दूसरी तरफ गई तो लगा कि हम जिंदा नहीं बच पाएंगे। टक्कर इतनी तेज थी कि बचने की कोई उम्मीद नहीं थी। हालांकि डिवाइडर और ट्रैफिक सिग्नल का पोल नहीं होता तो बस पलट जाती। स्थानीय लोगों ने तत्काल पहुंचकर सब को सुरक्षित बाहर निकाला। सुषमा ने बताया कि उनके पति हरिश्चंद्र बेटी शिवांगी (2) को गोद में लेकर बैठे थे। टक्कर के बाद वह उनके गोद से उछलकर नीचे गिर गयी‚ हालांकि उसके सिर में चोट आयी है।

उद्घाटन के बाद से ही हो रहे हादसे सोमवार को रिंग रोड फेज दो का प्रधानमंत्री के हाथों उद्घाटन होने के बाद जब से रिंग रोड पर वाहनों को आवागमन प्रारंभ हुआ है। उसी दिन से कोईराजपुर स्थित रिंग रोड चौराहे पर हादसे हो रहे हैं। 

सोमवार से ही देवेश ​श्रीवास्तव, अमर चौबे, नागेन्द्र विश्वकर्मा, विजय यादव, रामजतन सिंह, मुकेश पटेल सहित कई अन्य स्थानीय नागरिकों द्वारा संदहा की तरह कोईराजपुर में भी रिंग रोड चौराहा बनाने के लिये इंटरनेट मीडिया पर मुहिम भी चलायी जा रही है। अब तक हुए आधा दर्जन हादसे 25 अक्टूबर को ट्रक और बाइक की टक्कर 26 अक्टूबर को कंटेनर और पिकअप में टक्कर 26 अक्टूबर को बस और ट्रक में टक्कर 27 अक्टूबर को बाइक और डीसीएम में टककर 27 अक्टूबर को कंटेनर और टीवीएस एक्सल में टककर 29 अक्टूबर को ट्रक और बस में टक्कर
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