गाजीपुर में बेमौसम बारिश से गिरी तैयार धान और बाजरे की फसल, किसानों की समस्याएं बढ़ीं
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. तेज हवा के साथ रविवार की रात हुई बारिश से फसलों को व्यापक क्षति पहुंची है। तैयार धान व बाजरे की फसल गिर गई है। इसके अलावा सब्जी की फसलों को भी काफी नुकसान पहुंचा है। आलू की बोआई कर चुके किसान खेतों में पानी भरने से बीजों को सड़ने की आशंका जता रहे हैं। हालांकि कुछ उन किसानों के लिए यह राहत भरी है जिन्हें धान या अन्य फसलों के लिए खेतों की सिचाई करनी थी।
बेमौसम बरसात से जहां आलू, हरी मटर व रबी की अन्य फसलों की बोआई में बिलंब हो जाएगा, वहीं धान और बाजरे की फसल को काफी नुकसान पहुंचा है। धान और बाजरे की फसलें गिर गई हैं जिससे उसे काफी नुकसान पहुंचा है। इस बरसात से खेत सूखने में कम से कम दो सप्ताह से अधिक समय लगेंगे जिससे अगेती आलू और हरी मटर की खेती काफी प्रभावित होगी। वैसे ही मंगई नदी के पानी से क्षेत्र की काफी उपजाऊ भूमि जलमग्न है। इस क्षेत्र में मसूर की खेती बड़े पैमाने पर होती है जिसकी बोआई अक्टूबर के दूसरे सप्ताह से शुरू हो जाती है। पहले से ही नदी का पानी और ऊपर से बरसात से अब दलहनी फसलों की बोआई संभव नहीं हो पाएगी।
बहरियाबाद में प्रकृति की मार से किसान परेशान हैं। पिछले तीन दिनों से रह रहकर हो रही बेमौसम की बारिश ने किसानों के माथे पर बल ला दिया है। पूर्व में हुई बारिश से जहां धान के खेतों में पानी भर गया था और फसल हवाओं के चलते खेतों में पलट गए थे। पुन: बरसात हो जाने से धान की फसल पूरी तरह से बर्बाद होने की स्थिति में है। यही हाल आलू व टमाटर, बैगन, गोभी व अन्य सब्जियों की खेती करने वाले किसानों का है। किसानों का कहना है कि बीज, खाद, डीजल, दवा इत्यादि की महंगाई के चलते खेती पूरी तरह से घाटे का सौदा हो गई है। किसी तरह से जब फसल को काटने का समय आया तो प्रकृति ने कोहराम मचाना शुरू कर दिया है। अगर अब आगे भी बारिश हुई तो पैदावार आधी भी होना मुश्किल दिखाई दे रहा है।
खानपुर क्षेत्र में धान की तैयार फसल जहां तेज हवाओं के चलते गिर गई है, वहीं कई किसानों की कटी धान की फसल खेतों में भीग गए हैं। बेमौसम बारिश से आलू की अगैती खेती को भारी नुकसान हो रहा है।