अब इन रेलखंडों पर बढ़ेगी ट्रेनों की गति, 110KM प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेंगी रेल
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गोरखपुर. गोरखपुर-आनंदनगर-नौतनवा, गोरखपुर कैंट-पनियहवा और मनकापुर-अयोध्या सहित पूर्वोत्तर रेलवे के छह प्रमुख ब्रांच रेल लाइनों (साइड रेल लाइन) पर भी ट्रेनों की रफ्तार बढ़ जाएगी। इन रेलमार्गों पर भी यात्री ट्रेनें 100 की जगह 110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेंगी। इंजीनियरों ने रेल लाइनों की पटरियां, स्लीपर, सिग्नल, प्वाइंट को दुरुस्त व मजबूत करने में युद्धस्तर पर जुट गए हैं। दिसंबर 2021 तक निर्माण पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित है।
मजबूत होने लगीं पटरियां, स्लीपर, सिग्नल और प्वाइंट, दिसंबर तक काम पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित
लगभग 425 किमी लंबे बाराबंकी- गोरखपुर- छपरा मुख्य रेलमार्ग को 130 किमी प्रति घंटे की रफ्तार वाली राजधानी, वंदे भारत, शताब्दी और दूरंतो सहित देश की प्रमुख ट्रेनों के संचालन लायक बनाने के बाद पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने ब्रांच रेल लाइन (लूप रेल लाइन) की गति भी बढ़ाने की कवायद शुरू कर दी है। इन रेलखंडों पर भी 52 की जगह 60 किलोग्राम प्रति मीटर वजन की रेललाइनें और लगभग 350 किलोग्राम वजन के चौड़े व मजबूत स्लीपर लगाए जा रहे हैं। स्टेशन यार्ड और कर्व के प्वाइंटों पर थिक वेब स्विच लगने लगे हैं। गोरखपुर कैंट- पनियहवां रेलमार्ग पर 51 किमी ट्रैक की लाइन व स्लीपर बदले जा चुके हैं। कार्य पूरा होने के बाद इन रेलमार्गों पर चलने वाली ट्रेनें भी समय से गंतव्य पर पहुंचेगी। समय पालन दुरुस्त होने के साथ ट्रेनों की क्षमता बढ़ेगी। ट्रेनों की रफ्तार के साथ पिछड़े क्षेत्रों में भी विकास को गति मिलेगी।
इन रेलखंडों पर बढ़ेगी ट्रेनों की गति
गोरखपुर-आनंदनगर-नौतनवां, गोरखपुर कैंट-पनियहवां, मनकापुर-अयोध्या, भोजीपुरा-पीलीभीत, ऐशबाग-मैलानी और इंदारा- फेफना।
यार्डों में 30 की गति से चलने लगी हैं ट्रेनें
ब्रांच रेल लाइनों पर ट्रेनों को गति देने से पहले रेलवे प्रशासन ने स्टेशन यार्ड स्थित लाइनों (लूप लाइनों) की गति भी बढ़ा दी है। गोरखपुर सहित विभिन्न स्टेशन यार्डों के 152 किमी रेल लाइनों पर 15 की जगह 30 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेनें चलने लगी हैं।
पूर्वोत्तर रेलवे यात्रियों को बेहतर एवं तीव्रगामी यात्रा सुविधा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। इसी क्रम में ऐसे सभी रेलखंड जहां रफ्तार बढ़ाई जा सकती है, वहां चरणबद्ध तरीके से रफ्तार बढ़ाने के सभी आवश्यक कार्य किये जा रहे हैं। इसके अंतर्गत चिन्हित रेलखंडों पर गति बढ़ाने के लिए कार्य शुरू हो गया है। इन रेल खंडों पर 100 किमी प्रति घंटा की रफ्तार को बढ़ाकर अधिकतम 110 किमी प्रति घंटा किया जाना है। इससे समय पालन के साथ के साथ क्षमता भी बढ़ेगी। - पंकज कुमार सिंह, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी- पूर्वोत्तर रेलवे।