शासनादेश के उल्लंघन में फंसा वाराणसी का सेंट जॉन्स स्कूल, कक्षा आठ तक परीक्षा कराने पर दिया नोटिस
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. शासन ने कक्षा एक सेे लेकर आठ तक के बच्चों की परीक्षाएं अगले आदेश तक के लिए रोक लगा दी है। वहीं जनपद के तमाम विद्यालयों को ही इसकी कोई सूचना नहीं है। सूचना के अभाव में तमाम निजी विद्यालय कक्षा आठ तक के बच्चों की भी परीक्षाएं करा रहे हैं। इसकी भनक मिलने पर बीएसए ने सोमवार को सेंट जान्स स्कूल (मड़ौली व बरेका)का निरीक्षण किया। दोनों विद्यालयों में परीक्षाएं चल रही है। शासनादेश के उल्लंघन के आरोप में उन्होंने दोनों विद्यालयों के प्रधानाचार्यों को नोटिस देकर एक सप्ताह के भीतर स्पष्टीकरण मांगा है।
बीएसए राकेश सिंह ने बताया कि शासनादेश का उल्लंघन करने के प्रकरण में दोनों निजी विद्यालयों को आरोप पत्र देने का भी निर्णय लिया गया है। वहीं जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति का भी गठन किया जा रहा है। समिति की रिपोर्ट के आने के बाद विधिक कार्रवाई की जाएगी।
विद्यालय को ही नहीं डीआइओएस कार्यालय को सूचना नहीं
दूसरी ओर हकीकत यह है कि कक्षा आठ तक के बच्चों की परीक्षा न कराने का आदेश की जानकारी डीआइओएस कार्यालय तक को नहीं है। बीएसए द्वारा 26 सितंबर को इस संबंध में निर्देश जारी करने के बाद तमाम विद्यालयों को इसकी जानकारी हुई। विद्यालयों का दावा है कि इस संबंध को बीएसए की ओर से कोई निर्देश नहीं मिला है।
दोपहर तक पुष्टि करने में लगे रहे विद्यालय
सोमवार को समाचार पत्रों में खबर छपने के बाद इसकी जानकारी हुई। इसके बाद विद्यालय एक-दूसरे को फोन कर पुष्टि करने में दोपहर तक जुटे रहे। कई विद्यालयों का कहना है कि उनके यहां अद्र्धवार्षिक परीक्षा हो चुकी है। वहीं कुछ विद्यालयों में अद्र्धवार्षिक अंतिम चरण में चल रही है। बहरहाल पुष्टि होते ही विद्यालयों ने कक्षा आठ तक के बच्चों की परीक्षाएं स्थगित कर दी है। वहीं बीएसए का कहना कि सितंबर के प्रथम सप्ताह में ही इस संबंध में खबर समाचार पत्रों में छपी थी। ऐसे में हर विद्यालय को अलग से आदेश देने का कोई औचित्य नहीं है।