शिवपाल यादव ने पुत्र के खातिर छोड़ी कुर्सी, लिखा - नैतिकता के आधार पर दे रहा हूँ इस्तीफा
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ/इटवा. तीन दशक से अधिक समय तक जिला सहकारी बैंक के सभापति के पद पर काबिज रहे प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने पुत्र आदित्य यादव 'अंकुर' के लिए कुर्सी छोड़ दी है। सोमवार को बैंक मुख्यालय में जाकर उन्होंने अपना त्यागपत्र बैंक के सचिव को सौंपाा। जिला सहकारी बैंक की प्रबंध समिति के चुनाव के नतीजे रणनीति के मुताबिक प्रादेशिक कापरेटिव फेडरेशन (पीसीएफ) के चेयरमैन आदित्य के पक्ष में हैं।
प्रसपा प्रमुख शिवपाल यादव के पुत्र अंकुर यादव और पुत्री डा. अनुभा यादव सहित जिला सहकारी बैंक की प्रबंध समिति के कुल 14 सदस्य 23 सितंबर को निर्विरोध चुने गए। नए नियम के मुताबिक लगातार दो बार सभापति रहने वाले इस पद पर आसीन नहीं होंगे। इससे प्रसपा प्रमुख अब इस पद पर नहीं रह सकेंगे। ऐसे में उन्होंने बेटे को पद पर आसीन कराने के लिए प्रबंध समिति के चुनाव की रणनीति बनाई थी, जिसमें वह सभी सदस्यों को निर्विरोध निर्वाचित कराने में सफल हुए। शिवपाल ने त्यागपत्र में कहा है कि सभी संचालक निर्विरोध निर्वाचित हो चुके हैं, अब ऐसी स्थिति में नैतिकता के आधार पर इस पद से त्यागपत्र देता हूं।
आज चुने जाएंगे सभापति-उपसभापति: शासनादेश के तहत घोषित चुनाव कार्यक्रम के अनुरूप मंगलवार को जिला सहकारी बैंक के सभापति और उपसभापति का चुनाव होगा। सभापति के रूप में आदित्य यादव तथा उपसभापति के रूप में उनके साथ लगातार उपसभापति रहे विश्वनाथ सेंगर के पुत्र नितेंद्र सिंह के चुने जाने की पूर्ण संभावना है।