शिवपाल यादव की जगह ले सकते हैं उनके पुत्र आदित्य अंकुर यादव, जानें पूरा राजनीतिक मामला
गाजीपुर न्यूज़ टीम, इटावा. प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव के स्थान पर उनके पुत्र आदित्य अंकुर यादव के जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष बनने की संभावना बढ़ गई हैं। इटावा जिला सहकारी बैंक की प्रबंध समिति के चुनाव में आदित्य यादव के निर्विरोध डायरेक्टर बनने के बाद इस बात की चर्चा आम हो गई है। सिर्फ यही नहीं शिवपाल सिंह ने अपनी बेटी डा. अनुभा यादव को भी इटावा जिला सहकारी बैंक में डायरेक्टर के पद पर निर्वाचित करवाया है।
1988 से इटावा जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष के पद पर काबिज शिवपाल सिंह यादव अब नए नियम के तहत बोर्ड से बाहर हो गए हैं, इसलिए नए बोर्ड का गठन किया गया है । नए बोर्ड का चुनाव 27 और 28 सितंबर को इटावा जिला सहाकरी बैंक परिसर में ही होगा। इटावा-औरैया की सहकारिता पर प्रसपा राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव का कब्जा अभी बरकरार है।
इसका प्रत्यक्ष प्रमाण जिला सहकारी बैंक की प्रबंध समिति के चुनाव में संचालक के लिए नामांकन दाखिल करने के दौरान मिला। दोनों जिलों से 14 संचालक चुने गये है। डीसीबी मुख्यालय भवन पर सिटी मजिस्ट्रेट उमेश कुमार मिश्र ने चुनाव अधिकारी के रूप में प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल यादव केे पुत्र पीसीएफ चेयरमैन आदित्य अंकुर यादव ने इटावा क्षेत्र से अपना नामांकन किया है।
सेवानिवृत्त सीओ रामनाथ यादव की पत्नी पूर्व सभासद शकुंतला यादव,सोनपाल बृजेंद्र बहादुर सिंह,निवर्तमान उप सभापति विश्वनाथ सिंह सेंगर के पुत्र नितेंद्र सिंह संजीव कुमार तथा राजनारायण ,निर्मला देवी ,सुभाष चंद्र, शारदा देवी तथा ताले सिंह,कोमल सिंह रामबहादुर तथा प्रसपा राष्ट्रीय अध्यक्ष की पुत्री डा. अनुभा यादव नामांकन दाखिल किए। प्रसपा राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने चुनाव प्रक्रिया के शुरूआती दौर से अपने साथियों संग ऐसी रणनीत तैयार की जिससे नामांकन ओवर दाखिल नहीं हुए।
आदित्य यादव के निर्विरोध सभापति होने की संभावना है। पिछले 33 साल से लगातार सभापति रहे शिवपाल यादव नियमों के तहत अब सभापति नहीं बन सकते हैं। इसके तहत अब उनके बेटे पीसीएफ चेयरमैन आदित्य यादव के सभापति पद पर निर्विरोध चुने जाने की संभावना बलबती हो गई है।
बता दें कि शिवपाल सिंह यादव 1988 में पहली दफा इटावा जिला सहाकारी बैंक के चैयरमैन बने थे, उसके बाद से लगातार इस पद पर वह काबिज रहे , लेकिन भाजपा सरकार ने नये नियम के तहत लगातार दो दफा निर्वाचित होने बाद कोई भी प्रतिनिधि दुबारा चुनाव नहीं लड सकेगा। सिर्फ इतना ही नहीं आदित्य यादव शिवपाल सिंह यादव के स्थान पर जसवंतनगर विधानसभा से भी चुनाव लड़ने की अटकले है।
हालांकि अभी इस बात की पुष्टि पीएसपी संगठन की ओर से अधिकारिक तौर पर नहीं की जा रही है । आदित्य यादव के जसवंतगर से विधानसभा चुनाव लडने की चचार् तब शुरू हुई जब शिवपाल के संभल जिले के गुन्नौर विधानसभा से चुनाव लड़ने की चचार्ए शुरू हुई। ऐसा कहा जा रहा है कि शिवपाल जसवंनगर छोड़ गुन्नौर जा रहे है, इसलिए उनके स्थान पर बेटे आदित्य को चुनाव लड़ने का संकेत दे दिया है। विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सपा प्रसपा के बीच गठबंधन की अटकले तेज हैं, लेकिन अभी तक इस विषय पर शिवपाल और अखिलेश की ओर से कोई स्पष्ट मत नहीं है।