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गाजीपुर जिले में जर्जर पड़े प्राथमिक विद्यालय और उच्च प्राथमिक विद्यालय के भवन जल्द होंगे ध्वस्त

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर जिले के विभिन्न विकासखंड क्षेत्रों में जर्जर होकर निष्प्रयोज्य पड़े 423 प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों के भवनों को जल्द ध्वस्त किया जाएगा। इसके लिए खंड शिक्षाधिकारियों को सूची भेज दी गई है। इसमें 15 वर्ष से पहले ही जर्जर हो गए चौदह विद्यालयों के भवन प्रभारियों से रिकवरी का निर्देश दिया गया है।

गाजीपुर जिले में वर्तमान में 2269 परिषदीय विद्यालय संचालित हैं। इनमें 1468 प्राथमिक, 352 उच्च प्राथमिक एवं 449 कंपोजिट विद्यालय हैं। निर्धारित समय 15 वर्ष से पहले ही विभिन्न विकासखंड क्षेत्रों में स्थित तमाम प्राथमिक विद्यालय के भवन जर्जर हो गए हैं। निर्धारित मानक पूरा कर चुके यह भवन पूरी तरह से निष्प्रयोज्य पड़े हैं। निष्प्रयोज्य पड़े इन भवनों की वजह से दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। 

ऐसे भवनों को ध्वस्त किए जाने की लंबे समय से जरूरत महसूस की जा रही थी। इसे गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी के निर्देश पर संबंधित भवनों के मूल्यांकन के लिए तीन सदस्यीय टीम का गठन किया गया। टीम में पीडब्ल्यूडी, सिंचाई विभाग एवं ग्रामीण अभियंत्रण के अधिकारियों ने स्थलीय निरीक्षण कर भवनों का मूल्यांकन किया।

विभिन्न विकासखंडों में 423 प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों के भवन चिह्नित हुए जो पूरी तरह से जर्जर हो चुके हैं और निष्प्रयोज्य पड़े हुए हैं। इसमें 362 प्राथमिक एवं 61 उच्च प्राथमिक विद्यालय के भवन हैं। इनमें से 14 विद्यालय ऐसे हैं जो निर्धारित समय से पहले ही जर्जर हो गए। इनके भवन प्रभारियों से रिकवरी करने का निर्देश संबंधित खंड शिक्षाधिकारियों को दिया गया है। जर्जर विद्यालयों की सूची खंड शिक्षाधिकारियों को प्रेषित कर दी गई है। इसके बाद ध्वस्तीकरण के लिए नीलामी की जाएगी। अधिक बोली लगाने वाले को ध्वस्तीकरण की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।

सबसे ज्यादा देवकली ब्लाक के ऐसे विद्यालय

गाजीपुर जिले में 423 विद्यालयों के भवन निष्प्रयोज्य घोषित किए गए हैं। इनमें सबसे ज्यादा ऐसे प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालय देवकली ब्लाक में हैं। बाराचवर 14, करंडा 21, कासिमाबाद 45, मनिहारी 32, मरदह 17, मुहम्मदाबाद 18 तथा बिरनो ब्लाक में पांच विद्यालय जर्जर हैं। इसके अलावा भांवरकोल 20, भदौरा 26, रेवतीपुर 17, सादात सात, सदर 22, सैदपुर 32, देवकली 74, जखनिया 52 एवं जमानिया में ऐसे प्राथमिक-उच्च प्राथमिक विद्यालयों की संख्या 21 है।

तीन सदस्यीय है समिति

परिषदीय विद्यालयों के भवन की न्यूनतम आयु पंद्रह वर्ष मानी गई है। जर्जर विद्यालयों को ध्वस्त करने के लिए होने वाली नीलामी के लिए समिति में सहायक वित्त लेखाधिकारी, एडीओ पंचायत एवं संबंधित खंड शिक्षाधिकारी शामिल हैं।

जर्जर घोषित विद्यालयों के भवनों को ध्वस्त करने के लिए नीलामी की कार्रवाई करने के बाद उनको ध्वस्त करने का कार्य किया जाएगा।- हेमंत राव, जिला बेसिक शिक्षाधिकारी

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