बाढ़ भी नहीं रोक सकी संध्या का जज्बा, खुद नाव चला कर जाती है स्कूल, राहुल गांधी ने की तारीफ
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गोरखपुर. बाढ़ के हालातों से जूझ रहे गोरखपुर जिले के कई इलाकों में लोगों की जिंदगी मुश्किल हो गई है. बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री पहुंचाने के दावों के बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बाढ़ से लड़ती एक लड़की की तस्वीर ट्वीट कर प्रशासनिक इंतजामों पर सवाल उठा दिए हैं. राहुल गांधी ने यह तस्वीर शिक्षक दिवस हैश टैग करते हुए जारी की. इसमें राहुल गांधी ने लिखा- ये बच्ची मुश्किल परिस्थिति, ठप प्रशासन और अनिश्चित भविष्य होने पर भी हिम्मत नहीं हारी. संध्या का साहस बहुत कुछ सिखाता है.
गौरतलब है कि बाढ़ से जूझ रही संध्या निषाद का एक वीडियो स्कूल जाते हुए वायरल हुआ था. इसमें वह खुद ही नाव चलाकर जाती दिख रही थी. वीडियो वायरल होने के बाद लोगों ने संध्या निषाद के मुश्किल हालातों में भी स्कूल जाने की जमकर तारीफ की. राहुल गांधी तक यह वीडियो पहुंचा तो उन्होंने भी संध्या निषाद की जमकर तारीफ की है. राहुल ने संध्या के संघर्ष को सलाम करते हुए शिक्षक दिवस को हैश टैग करते हुए लिखा- ये बच्ची मुश्किल परिस्थिति, ठप प्रशासन और अनिश्चित भविष्य होने पर भी हिम्मत नहीं हारी. संध्या का साहस बहुत कुछ सिखाता है.
नदी की तेज धार में रोज नाव चलाती है संध्या
बताया गया है कि नदी की तेज धारा के बीच संध्या रोज 250 मीटर तक अकेले नाव चलाती है. संध्या कहती है कि “मैं ऑनलाइन क्लास नहीं ले सकती थी, क्योंकि मेरे पास स्मार्टफोन नहीं था. जब स्कूल फिर से खुल गए, तो इलाके में बाढ़ आ गई, इसलिए मैंने नाव से स्कूल पहुंचने का फैसला किया.” संध्या ने कहा- ‘ मैने छह साल पहले नाव चलाना सीखा था. लंबे समय बाद स्कूल में पढ़ाई शुरू हुई है. उसे पढ़ लिखकर नौकरी करना है. ऐसे में मुश्किल के बाद भी कक्षा नहीं छोड़ सकती.’ संध्या एडी राजकीय कन्या इंटर कॉलेज में 11वीं की छात्रा है.
सरकार को बाढ़ प्रभावितों की फिक्र नहीं: पंखुड़ी पाठक
कांग्रेस की प्रवक्ता पंखुड़ी पाठक ने कहा कि बाढ़ से लोगों की जिंदगी बिखर गई है. प्रदेश सरकार को लोगों की परेशानी नहीं दिख रही. संध्या निषाद ने मुश्किल हालात में भी स्कूुल को जाना जारी रखा. कांग्रेस नेता राहुल गांधी तक यहां की परेशानियां पहुंच रही हैं, लेकिन यूपी की सरकार और प्रशासन इनकी मदद के प्रति लापरवाह दिख रहा है.
Gorakhpur | Undeterred by floods, class 11 student Sandhya Sahani rows a boat daily to reach her school in Bahrampur.
— ANI UP (@ANINewsUP) September 5, 2021
"I couldn't take online classes as I didn't have smartphone. When schools reopened, floods hit the area so I decided to reach school by a boat," says Sahani pic.twitter.com/yJzLvcM384