गोरखपुर पुलिस की पिटाई से मरे मनीष की पत्नी बोली, पति की लाश देख लें योगी जी
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गोरखपुर. गोरखपुर में पुलिस की पिटाई से मरने वाले प्रॉपर्टी डीलर मनीष गुप्ता का अंतिम संस्कार गुरुवार सुबह किया गया। बुधरात रात पुलिस कमिश्नर असीम अरुण समेत कई आला अधिकारी मनीष के आवास पहुंचे और उनकी पत्नी मीनाक्षी से बात की। इस दौरान असीम अरुण ने कहा कि गुरुवार को परिवार की सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कराई जाएगी, जिसके बाद पीड़ित परिजनों मनीष के अंतिम संस्कार के लिए राजी हो गए। इसके बाद आज सुबह 6.45 बजे मनीष का अंतिम संस्कार भैरव घाट में किया गया।
आपको बता दें कि बुधवार को मनीष गुप्ता के परिजनों और पुलिस-प्रशासन के बीच अंतिम संस्कार के लिए साढ़े तीन घंटे तक चली वार्ता बेनतीजा रही थी। परिजन अपनी मांगों और सीएम योगी से मिलने के लिए अड़े थे। मनीष गुप्ता की पत्नी मीनाक्षी ने इस पूरे प्रकरण में साहसिक महिला होने का पूरा परिचय दिया। इस दौरान उनके कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए। जिसमें एक में वह रोते हुए न्याय की मांग करती दिखी तो वहीं दूसरे वीडियो में उन्होंने कहा साफ कहा कि मुख्यमंत्री मेरे पति का शव देखने का कष्ट करें।
एक वीडियो में मीनाक्षी गोरखपुर के होटल की सीढ़ियों पर दिखाई दी। जहां पर वह हाथ जोड़कर रो रही थी। इस वीडियो में वह कह रही है कि कसम से मेरे पति का खून हुआ है। पुलिस वाले ने किया है। प्लीज न्याय दिला दीजिए। आप देखिए खून से लथपथ थे। दोनों दोस्तों ने भी बताया। जमीन पर खून भरा पड़ा था। होटल वालों ने सब साफ कर दिया। न्याय दिलाइए प्लीज। दूसरे वीडियो में वह मीडिया से बात कर रही है। इसमें वह कहती है कि मुझे कुछ गड़बड़ लगा। इस कारण अंतिम संस्कार रोक देना चाहिए। मुख्यमंत्री से मिलने की बात पर पता चला कि वह कल आएंगे। तो मैने कहा कि वह मुझसे मिलने आएंगे या मैं उनसे मिलने जाऊंगी। इसका किसी के पास कोई जवाब नहीं है।
मैं ट्वीट कर रही थी कि मुख्यमंत्री से बात करिए कितने बजे मिलेंगे। मेरे पति का शव देखने का कष्ट करें। तीसरे वीडियो में मीनाक्षी कह रही है कि मुख्यमंत्री नहीं मिले तो मैं अनशन पर बैठूंगी। गोरखपुर में भी मैंने लड़ाई लड़ी थी तब जाकर पुलिस कर्मी निलम्बित हुए। यहां भी मैं लड़ाई लड़ूंगी। वहां पुलिस अधिकारियों से मैने कहा था कि पुलिस वालों का अल्कोहल टेस्ट कराएं तो उन्होंने कहा कि 24 घंटे बाद ऐसा कोई टेस्ट नहीं होता।
मनीष की पत्नी ने इस इंस्पेक्टर जेएन सिंह समेत छह पुलिस वालों के नाम लिखे तहरीर में पर एफआईआर तीन के ख़िलाफ़ हुई ! पोस्टमार्टम की रिपोर्ट कह रही है कि मनीष को बेरहमी से मारा गया और सीएम योगी के #गोरखपुर के डीएम और एसएसपी दवाब बना रहे थे कि एफआईआर ही ना हो ! जंगलराज ! pic.twitter.com/SFRfI1K8D2
— Ghazipur News (@GhazipurNewsIn) September 30, 2021