इस बार CM बनी तो मूर्तियां और संग्रहालय बनाने की बजाय UP की तस्वीर बदल दूंगी - मायावती
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती मंगलवार को लंबे समय बाद किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में नजर आईं। लखनऊ में आयोजित बसपा के प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन के समापन समारोह को उन्होंने संबोधित किया। मायावती ने कहा कि इस बार सरकार बनने पर उनका फोकस मूर्तियां और संग्रहालय बनाने की बजाय प्रदेश की तस्वीर बदलने पर रहेगा। मायावती ने भाजपा पर भी निशाना साधते हुए कहा कि ये लोग एक भाभी जी को लेकर घूम रहे हैं, जो भाजपा के लिए माहौल बना रही हैं। भाजपा चाहे जितनी भाभियों को लेकर घूम ले लेकिन उनकी सरकार नहीं बनने वाली।
2019 लोकसभा चुनाव के बाद पहली बार मायावती किसी सार्वजनिक कार्यक्रम के मंच दिखाई दीं। बसपा ने 23 जुलाई को राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा की अगुवाई में अयोध्या से प्रबुद्ध वर्ग विचार गोष्ठी (ब्राह्मण सम्मेलन) की शुरुआत की थी। उसी कड़ी में लखनऊ में मॉल एवेन्यू स्थित पार्टी कार्यालय पर प्रबुद्ध वर्ग के सम्मेलन का समापन किया।
मायावती ने कहा कि हमारी सरकार ने दलित आदिवासी समाज के धार्मिक संतों और गुरुओं का पूरा सम्मान किया। अन्य वर्ग के लोगों के धार्मिक संत-गुरुओं को भी सम्मान दिया जाएगा। मायावती ने कहा कि ब्राह्मण और सभी वर्ग के लोग मिलकर बसपा की सरकार बनाएंगे। 2007 की तरह इस बार भी पूर्ण बहुमत की सरकार बनेगी।
अब गांवों में ब्राह्मण वर्ग को जोड़ने का काम होगा
मायावती ने कहा कि पहले चरण में सतीश चंद्र मिश्रा ने ब्राह्मण वर्ग को सफलतापूर्वक जोड़ने का काम किया। दूसरे चरण में छोटे शहरों और गांवों में युद्ध स्तर पर लोगों को बसपा से जोड़ने का अभियान चलाया जाएगा। 2007 की तरह है फिर से बसपा की पूर्ण बहुमत वाली सरकार बनेगी। प्रत्येक विधानसभा में ब्राह्मण समाज के 1000 कार्यकर्ताओं को तैयार करना है। इस बार प्रबुद्ध वर्ग की महिलाओं को भी पार्टी के साथ जोड़ने का काम होगा।
बसपा सुप्रीमो ने कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार में ब्राह्मण समाज के लोगों पर खूब अत्याचार हुए। इस सरकार से मुक्ति पाने के लिए ब्राह्मण समाज ने भाजपा की सरकार बनाने का साथ दिया लेकिन यहां भी उन्हें धोखा ही मिला। ब्राह्मणों के साथ हमेशा अत्याचार और अन्याय हुआ। ब्राह्मण समाज के सम्मान के लिए उनके सुरक्षा और तरक्की के लिए पहले चरण में सभी जिलों में उनकी संगोष्ठी करके उनकी भागीदारी से सभी विरोधी पार्टियों को चिंतित किया है। इनके अत्याचार के बाद ब्राह्मण समाज ने अत्याचार को देते हुए बीएसपी के पुनः सरकार बनाने का संकल्प ले लिया।
मायावती ने कहा कि भाजपा सरकार में किसानों की आय दोगुना तो नहीं हुई, लेकिन तीन काले कृषि कानून लाकर उनपर अत्याचार जरूर किया गया। किसानों के साथ बहुजन समाज पार्टी संसद से सड़क तक साथ खड़ी है। 500 से ज्यादा किसानों की जान चली गई लेकिन उनकी सुध लेने वाला नहीं है। हरियाणा सरकार ने अत्याचार करते हुए किसानों पर लाठीचार्ज किया। जो घोर निंदनीय हैं। उन्होंने कहा कि बसपा सरकार में गन्ने का मूल्य 125 रुपए प्रति कुंतल से बढ़ाकर 250 रुपए प्रति कुंतल किया गया था। सपा सरकार ने अपने पांच साल के कार्यकाल में केवल एक बार ही गन्ने का मूल्य बढ़ाया।
संघ प्रमुख पर निशाना साधा
बसपा प्रमुख ने संघ प्रमुख पर भी निशाना साधा। कहा, मोहन भागवत ने कहा था कि हिंदू और मुसलमान का डीएनए एक है और उनके पूर्वज एक हैं। मैं पूछना चाहती हूं कि अगर उनके पूर्वज एक हैं तो भाजपा उनके साथ सौतेला व्यवहार क्यों कर रही है? मायावती ने कहा कि 2 फरवरी 2021 से लगातार मैं पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक कर रही हूं और समय-समय पर मीडिया में भी अपनी बातों को रखती हूं। लेकिन कुछ मानसिकता के लोग तरह-तरह की टिप्पणियां करते हैं हम सक्रिय नहीं थे।
दलित वर्ग के लोगों पर शुरू से गर्व रहा है कि उन्होंने बिना गुमराह और बहकावे में आए कठिन से कठिन दौर में भी पार्टी का साथ नहीं छोड़ा। ये लोग मज़बूत चट्टान की तरह पार्टी के साथ खड़े रहे हैं। उम्मीद है कि BSP से जुड़े अन्य सभी वर्गों के लोग इनकी तरह आगे कभी गुमराह नहीं होंगे:मायावती https://t.co/NGCg5lT65X pic.twitter.com/voMM99bB3R
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 7, 2021