कासिमाबाद होगा कृष्णनगर! सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त ने सुहेलदेव के नाम पर रखी मांग - Ghazipur News
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. सैदपुर में आयोजित मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सभा में बलिया सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त की ओर से कासिमाबाद का नाम महाराजा सुहेलदेव रखने का सुझाव देने पर आरएसएस ने आपत्ति जताई है। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के पदाधिकारियों ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि 1980 के दशक से संघ कासिमाबाद को कृष्ण नगर के नाम से सभी कार्य करता रहा है। इसलिए इसका नाम कृष्ण नगर रखना उचित होगा।
कासिमाबाद को गाजीपुर के नवाब शेख अब्दुल्लाह ने साल 1737 में अपने पिता मोहम्मद कासिम के नाम पर कासिमाबाद रखा था। तभी से सोनबरसा, सुकहा, कोड़रा, बिशुनपुर और बड़ागांव को मिलाकर कासिमाबाद कहा जाता है। जबकि कासिमाबाद के नाम से कोई राजस्व ग्राम नहीं है। सोनबरसा में खंड विकास कार्यालय, सूकहा में थाना और मेख राजस्व ग्राम में स्थानीय तहसील संचालित है। ये सभी सरकारी कार्यालय जैसे तहसील, ब्लॉक थाना आदि कासिमाबाद के नाम से ही जाना जाता है।
वहीं, साल 1980 के दशक से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कासिमाबाद का नामकरण आरएसएस कृष्ण नगर के नाम से कर चुका है और इसी नाम से अपना सभी कार्य करता है। संघ की तरफ से लंबे समय से कासिमाबाद को कृष्ण नगर के नाम से करने की मांग अपने स्तर से विभिन्न अवसरों पर उठाया जाता रहा है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला परियोजना प्रमुख बृजभूषण सिंह ने बताया कि सांसद को अगर कासिमाबाद का नाम बदलना ही है तो कृष्ण नगर के नाम से करें। जिसे राष्ट्रीय स्वयं संघ बहुत पहले से नामकरण कर चुका है। इसी तरह का सुझाव राष्ट्रीय स्वयं संघ के जिला प्रचार प्रमुख डॉ. मुरलीधर मौर्य ने भी दिया है। डॉ. मौर्य ने बताया कि संघ अपने स्तर से शासन को कासिमाबाद का नाम बदल कर कृष्ण नगर करने की मांग कर चुका है। उन्होंने मुख्यमंत्री से राष्ट्रीय स्वयं संघ के विचारों के अनुसार कासिमाबाद का नाम कृष्ण नगर करने की मांग की है।