अब हिंदी में लिखकर भी आनलाइन ले पाएंगे अनारक्षित रेल टिकट, रेल वालेट से भुगतान पर 5% की छूट
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. रेलवे इंटरनेट के जरिये आनलाइन आरक्षित टिकट यात्रियों को उपलब्ध कराता है। इसी के तर्ज पर पिछले कुछ सालों से अनारक्षित टिकट भी आनलाइन लेने की सुविधा रेलवे ने यात्रियों को दी है। अनारक्षित टिकट लेकर अधिकांश यात्री पैसेंजर ट्रेनों में सफर करने वाले होते है।
अनारक्षित टिकट आनलाइन लेने के लिए अंग्रेजी में स्टेशन का नाम पता लिखना होता है। काफी लोगों को अंग्रेजी नहीं आती है।इसके लिए अनारक्षित टिकट इंटरनेट के माध्यम से लेने वालों की संख्या में कोई विशेष वृद्धि नहीं हुई है। आज भी टिकट खिड़की पर यात्रियों की भीड़ लगी होती है। इसको देखते हुए रेलवे ने हिंदी में लिख कर अनारिक्षत रेल टिकट आनलाइन लेने की सुविधा शुरू की है। इसके साथ ही रेल-वालेट से भुगतान करने पर पांच फीसद रियायत मिलेगी। रेलवे शीघ्र ही अन्य भारतीय भाषा में भी अनारक्षित टिकट लेने की सुविधा शुरू करने जा रहा है।
रेल मंत्रालय ने ट्वीट करके जानकारी दी है कि अब अनारक्षित टिकट लेने के लिए हिंदी का प्रयोग कर सकते हैं। इसके द्वारा मासिक टिकट व मासिक टिकट का नवीनीकरण भी कराया जा सकता है। गुगल प्ले स्टोर पर जाकर कोई भी व्यक्ति यूटीएस एप डाउनलोड कर सकता है और भाषा को हिंदी में कर सकता है। जिसमें त्वरित टिकट लेने का विकल्प है। प्रतिदिन मुरादाबाद से दिल्ली जाते हैं तो इसमें मुरादाबाद से दिल्ली भर दिया जाए तो त्वरित टिकट पर क्लिक करते ही टिकट बन जाएगा। रेल प्रशासन ने भुगतान के लिए सभी ई बैकिंग सिस्टम व रेल वालेट की सुविधा दे रखा है।
रेल वालेट से टिकट लेने वालों को पांच फीसद की रियायत दी जाएगी। ट्वीट में कहा गया है कि अन्य भारतीय भाषा में भी अनारक्षित टिकट लेने की सुविधा शीघ्र उपलब्ध कराई जाएगी। इंटर से टिकट खरीदने के बाद मोबाइल पर मेल व एसएमएस से टिकट आ जाएगा। चेकिंग टीम को मेल या एसएमएस दिखाना पड़ेगा। यात्री चलते फिरत भी मोबाइल से टिकट प्राप्त कर सकेंगे। इसके अलावा सभी स्टेशनों पर जगह जगह पर क्यूआर कोड का बोर्ड लगाया जाएगा, प्ले स्टोर से जिनका यूटीएस एप डाउनलोड नहीं हो पा रहा है, वे क्यूआर कोड स्कैन कर टिकट ले सकेंगे।