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गाजीपुर जिले में शौचालय में खाना बना रहा गरीब परिवार, प्रधानमंत्री आवास योजना का नहीं मिला लाभ

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर जिले के खानपुर क्षेत्र के नेवादा गांव में एक परिवार शौचालय में गृहस्थी का सामान रखने के साथ खाना बनाने के लिए मजबूर है। इस परिवार के पास शौचालय के अलावा अपना कोई पक्का मकान नहीं है। परिवार की मानें तो साल 2019 में शौचालय बनवाने का सरकारी अनुदान मिला था। जिससे शौचालय का निर्माण करवाया गया है।

परिवार में दो सदस्य हैं। एक पिता और दूसरी बेटी जो दिव्यांग है। अपनी आर्थिक हालात का जिक्र करते हुए अरविंद ने बताया कि साल 2020 में प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए सूची में मेरा नाम था। लेकिन बाद में मुझे आवास का लाभ नहीं दिया गया। अपनी समस्या को लेकर इस साल मार्च में जिलाधिकारी से मिला था। 

उस समय डीएम ने जांच के लिए खंड विकास अधिकारी सैदपुर को निर्देशित किया। इसके बाद खंड विकास अधिकारी ने अपनी रिपोर्ट डीएम को प्रेषित की। जिसमें प्रधानमंत्री आवास देने की सहमति भी दी गई लेकिन अब तक आश्वासन को छोड़ आवास उपलब्ध नहीं कराया गया है। चार साल पूर्व तत्कालीन ग्राम प्रधान द्वारा अरविंद सिंह पुत्र पारसनाथ को शौचालय और रिहायशी आवास आवंटन के लिए शासन को पत्र लिखा गया था।

अरविंद ने बताया कि अधिकारियों ने सवर्ण जाति का होने के कारण प्रतीक्षा सूची से उनका नाम बाहर कर दिया था। जिसके कारण उन्हें प्रधानमंत्री आवास से वंचित रखा गया। पिछले तीन साल से उनको ब्लॉक से लेकर तहसील और जिला मुख्यालय तक दौड़ा रहे हैं। अरविंद सिंह की पत्नी की पांच वर्ष पूर्व खाना बनाते समय गैस रिसाव से लगी आग के कारण मौत हो गई है। 

एक आठ वर्षीय मानसिक बीमार बच्ची के साथ वह रहता है। दस साल की एक बड़ी बेटी को पड़ोस के ही एक व्यक्ति ने गोद ले लिया था, जो उसका पालन-पोषण और पढ़ाई का खर्चा, वहन देख रहे हैं । बताया कि मजदूरी करके किसी तरह दो बार के भोजन की व्यवस्था करते हैं। आवास न होने के कारण बिना दरवाजे के ही शौचालय में रहना पड़ता है। खंड विकास अधिकारी सैदपुर दिनेश कुमार, का कहना है कि अभी शासन से प्राप्त लक्ष्य खत्म हो चुका है। लक्ष्य मिलते ही उन्हें प्रधानमंत्री आवास दे दिया जाएगा.

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