भदौरा पुलिस की निष्क्रियता के चलते, चोरों के हौसले बुलंद - भदौरा, सेवराई, बारा और कुतुबपुर में बढ़ रहीं चोरी की घटनाएं - Ghazipur News
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. भदौरा पुलिस की निष्क्रियता के चलते चोरों के हौसले बुलंद हैं। इसके चलते क्षेत्र में चोरी की घटनाएं बढ़ रहीं हैं। घटना को अंजाम देने के बाद चोर आसानी से निकल भागते हैं और पुलिस निष्क्रिय बनी हुई है।
पिछले दिनों से चोरी की वारदातें बढ़ीं हैं। गहमर थाना क्षेत्र के भदौरा, सेवराई, बारा, कुतुबपुर सहित अन्य स्थानों पर चोरी की घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन पुलिस किसी भी घटना से पर्दा उठाने में नाकाम ही रही है। पिछले माह से अब तक करीब आधा दर्जन चोरी की वारदातें हो चुकी हैं। कहा कि पुलिस रात को गश्त के नाम पर खानापूर्ति कर रही है।
क्षेत्र में इन दिनों बाइक चोर सक्रिय हैं। पिछले कुछ दिनों के आंकड़ों पर गौर करें तो बाइक चोरी की वारदात में एकाएक इजाफा हुआ है। गहमर थाना के अंतर्गत बारा पुलिस चौकी क्षेत्र का ऐसा कोई इलाका नहीं है, जहां से बाइक चोरी न गई हो। बिहार का सीमावर्ती गांव बारा व कुतुबपुर में बाइक चुराने वाला गिरोह सक्रिय है और पुलिस इस मामले में निष्क्रिय बनी हुई है।
पुलिस की निष्क्रियता का ही चोर गिरोह फायदा उठा रहे हैं। बाइक चुराने के बाद चोर इन वाहनों को कहां खपा रहे हैं यह जांच का विषय है। एक माह के अंदर क्षेत्र में बाइक चोरी की तीन घटनाएं हो चुकी हैं। पहली घटना 13 जुलाई को कुतुबपुर गांव के सामने ताड़ीघाट - बारा मार्ग पर कर्मनाशा पुल पर पुलिस पिकेट से महज तीन सौ मीटर के फासले पर दिनदहाड़े घटित हुई।
बिहार के एक प्राइवेट फाइनेंस कर्मी ने अपनी बाइक ताड़ीघाट - बारा मार्ग पर खड़ी कर कुतुबपुर गांव में गया और वापस आया तो बाइक गायब हो चुकी थी। दूसरी घटना बारा गांव निवासी रिटायर्ड दरोगा शहाबुद्दीन खां के घर के पास से 17 सितंबर को बाइक चोरी की घटना हुई।
पांच दिन बाद चोरों ने उन्हीं के घर के पास बाइक चोरी की घटना को अंजाम देने का प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली। ग्रामीणों की नजर पड़ जाने से चोरों के मंसूबों पर पानी फिर गया। ग्रामीणों द्वारा चोरों पर हमला कर दिया गया। जान बचाने के लिए बाइक छोड़कर चोरों को भागना पड़ा। भागने में चोरों के पास मौजूद एक पिस्टल गिर गया था, जिसे लोगों ने पुलिस के हवाले कर दिया। चोरों के हौसले का अंदाजा इस बात से लगाई जा सकती है कि चोरी कर शहाबुद्दीन खां की बाइक से ही पुन: दूसरी बाइक चुराने के लिए पहुंच गए।