गाजीपुर में भारत बंद के समर्थन में सड़क पर किसान, बुलंद की आवाज - Ghazipur News
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर में सोमवार को संयुक्त किसान मोर्चा के भारत बंद के समर्थन में किसान संगठनों ने जोरदार प्रदर्शन किया। भारद्वाज भवन से किसान महासभा के नेतृत्व में जुटे सैकड़ों लोगों को रेलवे स्टेशन के बाहर पुलिस ने रोक लिया। कार्यकर्ता नारेबाजी करते हुए सड़क पर धरने पर बैठ गए और मांगों की आवाज बुलंद की। सीओ सिटी की मौजूदगी में पुलिस फोर्स ने प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया और पुलिस लाइंस लाया गया। किसान नेताओं और पुलिस के बीच धक्का मुक्की भी हुई हालांकि थोड़ी देर में मामला शांत हो गया। जिले में गाजीपुर शहर समेत कई स्थानों पर किसानों की ओर से धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। देहात इलाकों में बाजारों को बंद कराया जा रहा है।
सोमवार को गाजीपुर में किसानों की ओर से आज तीन नये कृषि कानूनों की वापसी, मजदूर विरोधी चारों श्रमिक कोड रद्द हों, पेट्रोल-डीजल एवं रसोई गैस के दाम आधे हों, रेलवे, बैंक, बीमा, बिजली आदि का निजीकरण बंद व युवाओं को रोजगार देने की मांग को लेकर बंद किया गया। स्टेशन रोड पर किसान नेताओं ने सड़क पर उतरकर दुकानें बंद कराई तो पुलिस ने पहुंचकर कम्युनिष्ट नेताओं को आगे जाने से रोक दिया। कार्रवाई की चेतावनी दी तो किसान नेता भिड़ गए। इसके बाद बड़ी संख्या में पुलिस बल सिटी स्टेशन पर बुलाया गया और बाहर ही प्रदर्शनकारियों को रोक लिया गया।
सैकड़ों कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर पुलिस लाइन ले गए। गिरफ्तारी के दौरान किसान महासभा के प्रदेश महामंत्री पूर्व विधायक राजेंद्र यादव, गुलाब सिंह जिलाध्यक्ष अखिल भारतीय किसान महासभा, विजय बहादुर सिंह अध्यक्ष किसान महासभा,सी पी आई जिला सचिव अमेरिका यादव, भाकपा(माले) जिला सचिव रामप्यारे राम, डा. राम बदन सिंह, अशोक मिश्रा, योगेन्द्र भारती, सत्येन्द्र कुमार, मंजू गोंड, योगेन्द्र यादव, नसीरुद्दीन,घूरा यादव, रामाश्रय यादव, नसीरुद्दीन, शकुंतला देवी, राजीव सिंह, श्यामा राम शामिल रहे।
सुबह से मुस्तैद रही पुलिस:
गाजीपुर में किसानों के प्रदर्शन पर पुलिस व प्रशासनिक अमले की पूरी तरह से निगाह है। मंडी, रेलवे स्टेशन, तहसील मुख्यालय, जिला मुख्यालय, बस स्टैंड आदि पर सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। एलआइयू की रिपोर्ट के बाद जिला मुख्यालय के सरजूपांडे पार्क, भाकपा माले, कम्युनिष्ट पार्टी और किसान सभा के कार्यालयों पर फोर्स तैनात किया गया।
प्रदर्शन के लिहाज से राष्ट्रीय राजमार्गों पर पुलिस की तैनाती कर दी गई है। संयुक्त किसान मोर्चा ने आश्वासन दिया था कि किसानों का धरना प्रदर्शन शांतिपूर्वक रहेगा, सरकार जब तक हमारी मांग नहीं मानेगी लेकिन इस प्रकार के प्रदर्शन जारी रहेंगे।