गाजीपुर में छात्रवृत्ति और फीस प्रतिपूर्ति के लिए लापरवाह स्कूलों पर विभागों ने कसा शिकंजा
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. छात्रों द्वारा छात्रवृत्ति व फीस प्रतिपूर्ति के लिए आनलाइन आवेदन करने के बाद भी उसे अग्रसारित करने में हीलाहवाली करने वाले विद्यालयों पर संबंधित विभागों ने सख्त रुख अख्तियार किया है। विद्यालयों को दो दिन के भीतर सभी आवेदन अग्रसारित करने का निर्देश दिया गया है, अन्यथा उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गांधी जयंती दो अक्टूबर के प्रदेश भर के एक लाख विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति वितरित करने का कार्यक्रम तय किया है। मुख्यमंत्री लखनऊ में इसका शुभारंभ करेंगे और सभी जिलों में छात्रवृत्ति वितरित की जाएगी। इसके लिए सभी संबंधित विभाग तैयारी में जुट हुए हैं, लेकिन अधिकांश विद्यालय इसमें कोई दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं। इसके चलते अब तक किए गए आवेदनों में से 20 फीसद भी उनके द्वारा अग्रसारित नहीं किए गए हैं। इससे आगे की प्रक्रिया बढ़ नहीं पा रही है।
पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी नरेंद्र विश्वकर्मा ने बताया कि वर्तमान शैक्षिक वर्ष में पिछड़ी जाति पूर्वदशम छात्रवृत्ति योजनान्तर्गत कक्षा 9-10 में अब तक कुल 15888 छात्र-छात्राओं द्वारा छात्रवृत्ति आवेदन पत्र डाटा फाइनल सबमिट किया गया है, जबकि इसके सापेक्ष वर्तमान में मात्र 3337 छात्रों का ही छात्रवृत्ति डाटा विद्यालयों द्वारा प्रमाणित करते हुए आनलाइन अग्रसारित किए गए हैं, जो काफी कम हैं। शासन से इस पर रोष व्यक्त किया जा रहा है।
परीक्षण में पाया गया है कि कई शिक्षण संस्थाओं द्वारा अभी तक एक भी डाटा अग्रसारित नहीं किए गए हैं, जिससे इन शिक्षण संस्थाओं की छात्रवृत्ति योजना की गंभीर लापरवाही एवं शिथिलता परिलक्षित हो रही है, जो शासन की मंशा के विपरीत है। चेताया कि दो दिन के भीतर आवेदन प्रमाणित कर अग्रसारित करें, अन्यथा उनके विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी।
गाजीपुर जिला विद्यालय निरीक्षक डा. ओमप्रकाश सिंह ने बताया कि पूर्व दशम और दशमोत्तर छात्रवृत्ति योजना के तहत अब तक 7264 आवेदन किए गए हैं, जिसमें से केवल 511 आवेदन पत्रों को विद्यालयों द्वारा सत्यापित किया गया है। उन्होंने ने भी दो दिन के भीतर सभी आवेदनों को सत्यापित करते हुए अग्रसारित करने का निर्देश दिया है। अन्यथा की स्थिति में कार्रवाई तय है।