उखड़ा अक्खड़ भैंसा का मूड, पुूलिस के हौसले गए छूट - Ghazipur News
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. हाथी की मस्ती से तो सभी वाकिफ हैं लेकिन अगर भैंसा का मूड उखड़ जाए वह भी इस कदर भी कि पुलिस व पब्लिक को पीछे हटना पडे़। और एक कुनबे को चौबीस घंटे घर में कैद की स्थिति में रहना पड़े तो वाकई यह एक हैरान करने वाली बात है।
उखड़ा अक्खड़ भैंसा |
कुछ ऐसा ही वाकया हुआ थाना के नोनरा गांव में भैसे के आतंक से रामधनी गोड़ का परिवार सोमवार की दोपहर से मंगलवार की दोपहर तक घर में कैद रहा। पुलिस से लेकर ग्रामीणों तक पसीना छोड़ दिए, लेकिन अड़ियल भैंसे को डिगा न पाए। दोपहर में आग का लुक्कारा दिखाने आदि के बीच वह करीब पांच सौ मीटर सिवान में खेत चरने गया तो लोगों राहत मिली। हालांकि फिर से घर के नजदीक आकर जमा हुआ है। इस दौरान नोनरा गांव निवासी कमलेश विश्वकर्मा (40) को भैसे ने मारकर घायल कर दिया। किसी तरह उनकी जान बची। इसके बाद कोई उसके पास जाने की हिम्मत नहीं जुटा पाया।
रामधनी गांव के सिवान में खेत में मकान बनवाकर परिवार सहित रहते हैं। मंगलवार को धान की फसल भैसा खा रहा था। ऐसे में रामधनी उसे लाठी से पीटने लगे। वह कुछ दूर भागता रहा और रामधनी की लठ्ठ उस पर चलती रही। ऐसे में अचानक भैंसा बिदक गया और उलटकर रामधनी की तरफ दौड़ पड़ा। वह किसी तरह दौड़ते हुए घर में घुस दरवाजा बंद कर जान बचाए। बिदका भैसा दोपहर से लेकर पूरी रात वह उसके अगवाड़े से पिछवाड़े तक मंडराता रहा। रामधनी परिवार सहित भय बस घर में दुबका रहा।
सुबह दरवाजा खोलने पर भैंसे को घर के सामने खड़ा देख परिवार के लोगों की घिघ्घी बंध गई। घर के बाहर लगे हैण्डपम्प एवं शौचालय तक भी दहशत के कारण कोई नहीं जा पा रहा था। दहशत में रामधनी गोड़ द्वारा पूर्व ग्राम प्रधान बेचन सिंह एवं 112 नम्बर पुलिस को फोन करके गुहार लगाई गई। सुबह पहुंची पुलिस भैसे का उग्र तेवर देख कुछ भी करने में असमर्थता जताते हुए लौट आई।
पूर्व प्रधान बेचन सिंह की पहल पर दर्जनों की संख्या में ग्रामीण आग का लु्क्क व लाठी-डंडे के साथ मौके पर पहुंचे। कड़ी मशक्कत के बाद भैसा करीब 500 मीटर दूर जाकर खेत में चरने लगा। कुछ देर बाद भैसा पुन: लौट आया। दोबारा भैसे को भगाने आए ग्रामीणों की एक न चली। घण्टों प्रयास के बाद थक हार कर ग्रामीण मौके से वापस घर लौट आए। देर शाम तक वह कुछ दूर खेत में घर की तरफ मुंह करके खड़ा रहा।
स्वजन दहशतजदा, रात में भगाने की तैयारी
भैसे के आतंक से भयभीत रामधनी गोड़ द्वारा सीएम हेल्प लाइन सहित अन्य अधिकारियों को फोन कर गुहार लगाई गई, लेकिन देर शाम तक उसे कोई राहत नही मिल सकी थी। भैसा रामधनी के घर से थोड़ी दूरी पर जमा हुआ था। ऐसे में परिवार के लोग अब भी दहशतजदा हैं। हालांकि गांव के लोग अब भी पटाखे के इंतजाम, मजबूत लुक्कारे सहित रात में तरह-तरह के जतन से उसे भगाने की तैयारी में हैं। लोग तरह-तरह के जतन बताते रहे।
इस विचित्र व हैरान करने वाले मामले की जानकारी मिली है। इस समस्या के समाधान के लिए प्रयास किया जा रहा है।-भारत भार्गव, एसडीएम कासिमाबाद।