सरकार की रोक के बाद भी हो रहे थे एग्जाम, स्कूलों पर होगी कार्रवाई
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. लंबे अंतराल के बाद स्कूल खुलने पर शासन ने अक्टूबर तक कोई परीक्षा न कराने के निर्देश जारी किए। मगर वाराणसी शहर के कुछ कॉन्वेंट और प्राइवेट स्कूलों में यूनिट टेस्ट शुरू हो गए हैं। वाराणसी में मड़ौली और बरेका स्थित सेंट जांस स्कूल के निरीक्षण के दौरान बीएसए राकेश सिंह को बच्चे परीक्षा देते हुए मिले। बीएसए ने इस संबंध में स्कूल प्रबंधन से जवाब-तलब किया है। स्कूलों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।
बीएसए ने बताया कि शासन ने किसी भी स्कूल को अगले एक महीने तक मौखिक या लिखित परीक्षाएं कराने से मना किया है। इसके पीछे उद्देश्य है कि लंबे समय बाद स्कूल पहुंचे बच्चे खुद को माहौल के मुताबिक ढाल सकें। मगर शहर के कुछ प्राइवेट स्कूलों में यूनिट टेस्ट की शिकायतें मिल रही थीं। सोमवार को सेंट जांस स्कूल के औचक निरीक्षण में बच्चे भूगोल व अन्य विषयों की परीक्षा देते मिले। बीएसए ने बताया कि स्कूल से इस संबंध में स्पष्टीकरण मांगा गया है। शासनादेश की अवहेलना करने पर दोनों स्कूल प्रबंधनों के खिलाफ जुर्माना और एफआईआर कराने की तैयारी की जा रही है।
33 शिक्षक अनुपस्थित मिले, वेतन रोका गया
वाराणसी में बेसिक शिक्षा अधिकारी राकेश सिंह काशी विद्यापीठ ब्लॉक के स्कूलों का निरीक्षण करने निकले। हालांकि पहले ही स्कूल में निरीक्षक की जगह उन्हें शिक्षक की भूमिका निभानी पड़ गई। स्कूल में बच्चों के साथ सिर्फ एक सहायक अध्यापक मौजूद मिले। यहां के 16 शिक्षक, शिक्षामित्र, अनुदेशक और कर्मचारी स्कूल खुलने के समय तक नहीं पहुंचे थे। इसके बाद कई स्कूलों के निरीक्षण में बीएसए को यही स्थिति मिली। उन्होंने 33 शिक्षकों और कर्मचारियों का एक दिन का वेतन रोकने का आदेश दिया है।